Sukma Tungal Dam: छत्तीसगढ़ के सुकमा (Sukma) जिले को अब इको पर्यटन केंद्र के नाम से भी पहचाना जाएगा. इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग के सहयोग से जिला प्रशासन ने बेहतरीन काम किया है. वन विभाग के साथ मिलकर जिला प्रशासन ने सिंचाई के लिए बनाए गए तुंगल डैम को इको पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया. यह डैम सुकमा शहर से केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इसे पूरी तरह से इको पर्यटन केंद्र बनाया गया. 


दूसरे राज्यों से भी पहुंच रहे पर्यटक


इस डैम में नौका विहार के लिए मोटर बोट, पैडल बोट की व्यवस्था और हट के लिए स्पॉट बनाए गए हैं. शहरवासियों के साथ-साथ तेलंगाना और उड़ीसा राज्य से भी आने आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह जगह उनकी पहली पसंद बनी हुई है. वहीं जिला प्रशासन इस पर्यटन केंद्र को और खूबसूरत बनाने और पर्यटको के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विकसित करने की पूरी कोशिश में लगा हुआ है. बांध की खास बनावट के चलते तुंगल डैम इलाके में होने वाली 20% बारिश में ही भर जाता है.


प्रशासन ने इसे आकर्षण का केंद्र बनाया


चारों ओर घने जंगलों के बीच मौजूद इस झील का नजारा देखते ही बनता है. इसलिए जिला प्रशासन ने इसे इको पर्यटन प्लेस के रूप में विकसित किया है. वहीं प्रशासन के द्वारा यहां हट भी बनाए गए हैं, जहां पर्यटक रुकने के साथ ही झील का आनंद ले सकते हैं. साथ ही बच्चों के लिए झील के आसपास पार्क भी बनाए गए हैं.


सुकमा कलेक्टर ने बताया कि सुकमा में इस इको पर्यटन केंद्र के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा पर्यटन को बढ़ावा मिले इसके लिए पर्यटकों की सुविधा के लिए खास डेवलपमेंट इस इलाके में किया जा रहा है. साथ ही यह कोशिश की जा रही है कि यहां पहुंचकर पर्यटक प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद ले सकें.


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