Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में जंगली हाथियों के एक झुंड के हमले में दो बच्चों की मौत हो गयी. वन विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार रात को रामानुजनगर वन क्षेत्र के महेशपुर गांव के पास टोंगटैया पहाड़ी पर हुई.
उन्होंने बताया कि मृतक दिशु (11) और उसकी बहन काजल (पांच) पंडो जनजाति से थे. पंडो जनजाति विशेष रूप से वंचित आदिवासी समूह है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 11 हाथियों के एक झुंड ने पहाड़ी पर बनी एक झोपड़ी पर हमला किया.
अधिकारी ने बताया कि माता-पिता भागने में सफल रहे जबकि हाथियों के हमले में बच्चों की मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि वन व पुलिस के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. अधिकारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रुपये की तत्काल राहत राशि दी गई है और औपचारिकताओं के बाद 5.75 लाख रुपये का शेष मुआवजा वितरित किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि हमले के बाद पहाड़ी पर स्थित चार अन्य झोपड़ियों को खाली करा दिया गया और निवासियों को प्रेमनगर में स्थानांतरित कर दिया गया. अधिकारी ने बताया कि झुंड को भगाने के प्रयास जारी हैं.
छत्तीसगढ़ के खासकर उत्तरी भाग में मानव-हाथी संघर्ष पिछले एक दशक से चिंता का विषय रहा है. यह खतरा धीरे-धीरे मध्य क्षेत्र के जिलों में फैल रहा है. सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद और बलरामपुर में मानव-हाथी संघर्ष की घटनाएं दर्ज की गयी हैं.
इसे भी पढ़ें: अब छत्तीसगढ़ में भी 'योगी मॉडल', विष्णुदेव साय सरकार में हुआ पहला एनकाउंटर