Surajpur News: ठगी के कैश पर ऐश! SECL में नौकरी लगवाने के नाम दो बहनों से लिए 8.88 लाख रुपये, 4 गिरफ्तार
Chhattisgarh Crime News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में दो सगी बहनों से नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
Surajpur Crime News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर (Surajpur)जिले में दो सगी बहनों से पौने नौ लाख से अधिक रूपयों की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक गिरोह के मास्टर माइंड को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. सूरजपुर जिले की विश्रामपुर थाना पुलिस ने आरोपी को उसके गृह गांव बलौदा में गिरफ्तार किया. दरअसल, बिश्रामपुर की अलमा रेनू टोप्पो ने यहां के में थाने में शिकायत दर्ज कराकर नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी किए जाने की प्राथमिकी (FIR)दर्ज करायी थी.
इस पूरे मामले में रायगढ़ के निलेश बेहरा, भटगांव के सूरज गुप्ता, यशवंत सोनवानी समेत और उसके पिता ने दो सगी बहनों से नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की. आरोपियों ने दोनों से किस्तों में 8 लाख 88 हजार 300 रूपये लिए. इतना ही नहीं आरोपियों ने उन्हें एसईसीएल का फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया. इसके बाद मेडिकल और पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर लगातार आरोपियों ने दोनों बहनों को गुमराह किया और फिर बाद में फोन नहीं उठाया.
नौकरी लगवाने के नाम पर लिए पैसे
इसके बाद दोनों ने मामले की शिकायत पुलिस में की. पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच की. जांच में पुलिस ने पाया कि आरोपियों ने दोनों बहनों से नगद तो लिया ही साथ में अलग- अलग खातों में भी पैसे ट्रांसफर कराए. यही नहीं शिकायतकर्ता अलमा रेनू टोप्पो की मां प्रफुल्लिया टोप्पो से भी आरोपियों ने नगद पैसा लिया. साथ ही फोन पे के जरिए खाते में भी पैसे ट्रांसफर कराए. इस मामले में अलमा रेनू टोप्पो की बड़ी बहन अन्नपूर्णा टोप्पो ने भी पुलिस को बताया था कि तीनों ने नौकरी लगवाने के नाम पर उसकी छोटी बहनों और मां से पैसे लिए थे. इस पूरे मामले में आरोपी संतोष कुमार सोनवानी, सूरज गुप्ता और निलेश कुमार बेहरा की गिरफ्तारी पुलिस पहले ही कर चुकी है, जबकि यशवंत सोनवानी फरार चल रहा था. जिसे पुलिस ने अब सायबर सेल की मदद से उसके गृह गांव बलौदा में गिरफ्तार कर लिया.
फर्जीवाड़े की रकम से गोवा और मुंबई घूमे आरोपी
मख्य आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि उसने फर्जी सील के माध्यम से पैसा कमाने के लिए यह काम किया. उसने अपने पिता और दोस्तों के साथ मिलकर साथ में पढ़ने वाली युवती से ठगी की और रुपये लिए. इतना ही नहीं वो लोग इस फर्जीवाड़े की रकम से गोवा, मुंबई और दिल्ली घूमे. ठगी की रकम से कार उन्होंने भी खरीदी. साथ ही मोबाईल फोन सहित अन्य सुख-सुविधाओं का भी सामान खरीदा. पुलिस ने आरोपियों की शिनाख्त पर कार और मोबाईल समेत दूसरी चीजों को भी जब्त कर लिया है.