Chhattisgarh: सूरजपुर में रपटा पुल बहा, आधा दर्जन से अधिक गावों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूटा
Surajpur News: पुलिया के ढहने के साथ ही तेज पानी के बहाव ते चलते करीब आठ फीट गहरा गड्ढा भी हो गया है. पानी के तेज बहाव के चलते आस-पास के रहने वाले लोग भी चिंतित हो गए हैं.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से रविवार को बड़सरा-करौंदामुड़ा मार्ग पर कोल्हुआ नाले में बना रपटा पुलिया तेज पानी के बहाव के साथ ढह गया. इसके कारण आधा दर्जन से अधिक गांवों का सम्पर्क मुख्य मार्ग से टूटने के साथ वाहनों के पहिए थम गए और आवागमन भी बाधित हो गया है. विकासखंड भैयाथान अंतर्गत बड़सरा-करौंदामुड़ा के बीच कोल्हुआ नाला पर बना रपटा पुलिया तेज बारिश के कारण वह पानी के बहाव के साथ वह गई. इसके कारण रास्ते में लगभग आठ फीट गहरा गड्ढा भी हो गया है. पुलिया में पानी के तेज बहाव के कारण आसपास के घरों में रहने वाले लोग भी चिंतित हैं.
जनपद सदस्य सुनील साहू ने बताया कि यह पुलिया पहले से ही काफी जर्जर थी और इसके जीर्णोद्धार के लिए विभाग सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया गया था. बावजूद इसके इस दिशा में संबंधितों के द्वारा कोई पहल नहीं की गई. इसका खामियाजा आज आधा दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि गनीमत था कि रपटा पर कोई वाहन चालक या अन्य पार नहीं हो रहा था, नहीं तो किसी गंभीर घटना की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता था.
ग्रामीण बताते हैं कि पुलिया के बगल में तालाब खुदाई से निकले पत्थर के मलबे को एक व्यक्ति गिरवा दिया था. इससे नाली संकरी हो गई और बरसात का पानी एक ही जगह से बहने लगी. इसके कारण पुलिया पर दबाव बढ़ा और ढह गया. पुलिया ढहने से अब बड़सरा-भंवराही पहुंच मार्ग बाधित हो गया है. इससे बड़सरा, बसकर, कुरीडीह, घुईपारा, भंवराही, करौंदामुड़ा सहित आधा दर्जन गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया है और उन्हें वैकल्पिक मार्ग पर अतिरिक्त दूरी तय करना पड़ेगा. इसके साथ ही स्कूली बच्चों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
34 साल पहले आरईएस विभाग ने बनाया था पुलिया
ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 1989 में बड़सरा-करौंदामुड़ा मार्ग को जोड़ने आरईएस विभाग ने 50 हजार की लागत से कोल्हुआ नाला पर रपटा पुलिया निर्माण कराया था. उक्त पुलिया काफी पुराना होने के कारण जर्जर हो गया था. वहीं पुलिया की ऊंचाई कम होने के कारण बरसात के दिनों में पानी पुल के ऊपर से बहने लगता था. इसके कारण स्लैब में गैप हो गया था. यही कारण है कि पानी ऊपर चढ़ा और पुलिया बह गया है.
कुदरगढ़ पहुंच मार्ग में पुल के उपर चल रहा पानी
मां बागेश्वरी धाम कुदरगढ़ पहुंच मार्ग में इंदरपुर के समीप बने रपटा पुलिया में पानी चढ़ जाने से वाहनों के पहिए थम गये और आवागमन बाधित हो गया. सुबह से ही देवी दर्शन के लिए निकले श्रद्धालुओं ने पुलिया के किनारे खड़े हो पानी कम होने का इंतजार करते रहे, लेकिन पानी कम नहीं हुआ. इसके कारण कई श्रद्धालु चपदा-बना मार्ग से होते हुए 8-10 किमी का अतिरिक्त दूरी तय कर दर्शन के लिए कुदरगढ़ पहुंचे. विदित हो कि बारिश के दिनों में रपटा में कई बार उपर से पानी बहने के कारण आवागमन प्रभावित रहता है. सावन माह में आदिवासी समुदाय के साथ अन्य वर्गों के लोग भी विशेष तौर पर मां बागेश्वरी के दर्शन के लिए जाते हैं. रुक रुककर क्षेत्र में हो रही बारिश और पहाड़ों से आ रहे पानी के कारण क्षेत्र के सभी नदी, नाले उफान पर चल रहे हैं.