(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Surajpur News: सूरजपुर में हाथियों ने ढहाये घर, अनाज किया चट; ग्रामीणों में दहशत का माहौल
Chhattisgarh News: ग्रामीणों का कहना है झुंड से बिछड़ा हाथी मोहरसोप, बसनारा, जुड़बनिया, खैरा, कछिया, नवडीहा, करौटी सहित आसपास गांव के ग्रामीणों के लिए सिरदर्द बन चुका है.
Elephants In Surajpur: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के चांदनी-बिहारपुर वनपरिक्षेत्र में हाथियों का खतरा अब भी मंडरा रहा है. हाथी सिलसिलेवार गांव में दबिश देकर ग्रामीणों के घरों को ढहा, अनाजों को चट करने के साथ ही किसानों के गेहूं, सरसों इत्यादि के खड़ी फसलों को खाकर व रौंदकर चौपट कर रहे हैं. ग्राम मोहरसोप में बीती रात करीब 2 बजे दल से भटके जंगली हाथी ने जमकर उत्पात मचाया. हाथी ने ग्रामीण लालजी के घर का दरवाजा तोड़, घर में रखे अनाज को खाकर चट कर दिया. घर में मौजूद मोतीलाल विश्वकर्मा ने किसी प्रकार छिपकर उत्पाती हाथी से अपनी जान बचाई. रातभर उत्पात मचाने के बाद सुबह होते ही जंगली हाथी जंगल की ओर रुख कर गया.
ग्रामीणों का कहना है झुंड से बिछड़ा हाथी मोहरसोप, बसनारा, जुड़बनिया, खैरा, कछिया, नवडीहा, करौटी सहित आसपास गांव के ग्रामीणों के लिए सिरदर्द बन चुका है. ग्रामीण भय व दहशत के वातावरण में जीवन यापन कर रहे हैं. ग्रामीणों की दिनचर्या हाथियों के कारण बदल गई है. उनका कहना है कि गांव में किसी भी वक्त हाथियों के आ धकमने का भय बना रहता है.
चांदनी-बिहारपुर वनपरिक्षेत्र बना हाथियों का अड्डा
गौरतलब है कि वर्तमान में चांदनी-बिहारपुर वनपरिक्षेत्र हाथियों का अड्डा बना हुआ है. जहां आए दिन हाथियों का आमद रफ्त बढ़ता ही जा रहा है. वहीं दूसरी और वन विभाग एवं गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारी-कर्मचारी पूरी रात हाथी प्रभावित क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं और ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने समझाइश भी दे रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि जंगली हाथियों ने क्षेत्र में महीने भर के अंदर कमलेश गुर्जर, फुलसाय पंडो, बुधराम, रामसुंदर पंडो, मुनीलाल पनिका, मुनीलाल साहू, किशन पंडो, श्रीपाल अगरिया, फुलमतिया पंडो, सोहबलाल पंडो, मोतीलाल, शीतल विश्वकर्मा व रामसाय के घर को तोड़ क्षतिग्रस्त किया है.
साथ ही रहर व सरसों की फसल को भी नष्ट किया है. जिनका आज तक मुआवजा राशि भी वन विभाग द्वारा नहीं दिया गया है. वहीं ग्रामीणों का यह भी कहना है कि 100 रुपए के नुकसान पर 10 रुपए का क्षतिपूर्ति राशि बनाया जाता है. वह राशि भी नहीं मिलता है.
किसान नेता ने ग्रामीणों से की मुलाकात
किसान नेता सुनील साहू ने हाथी प्रभावित ग्राम मोहरसोप का दौरा कर प्रभावित परिवारों से रूबरू हुए और उनकी समस्याओं को सुना. जहां ग्रामीणों ने बताया कि 2 वर्ष पूर्व वन विभाग द्वारा कंट्रोल बांध एवं गौठान निर्माण कार्य कराया गया था. जिसका भुगतान अभी तक नहीं मिल पाया है. कंट्रोल बांध में लगभग डेढ़ सौ मजदूरों का मजदूरी भुगतान आज भी लंबित है और हाथियों के द्वारा बीते वर्ष हुए नुकसान का आज तक मुआवजा भी वन विभाग द्वारा नहीं दी गई है. इन तमाम समस्याओं को लेकर किसान नेता ने कहा कि आप सभी की बातों को ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को अवगत करा शीघ्र समाधान कराने की पहल की जाएगी.
ठंड में हाथी बने मुसीबत
गौरतलब है कि इन दिनों सरगुजा संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. सूरजपुर, सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, कोरिया समेत कई जिलों में पारा 8 डिग्री से नीचे चला गया है. ऐसे में लोग शाम होने के बाद अपने घरों में ठंड से बचने के लिए दुबक जा रहे हैं. लेकिन सूरजपुर जिले के चांदनी-बिहारपुर इलाके में लोग हाथियों की दहशत की वजह से रतजगा करने पर मजबूर है. इस ठंड के दिनों में उनके सामने हाथी बड़ी मुसीबत बन गए हैं.
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