Surajpur News: सूरजपुर में महिला क्लर्क का रिश्वत लेते वीडियो वायरल, कलेक्टर ने किया सस्पेंड
Chhattisgarh News: सूरजपुर में महिला क्लर्क का रिश्वत लेते वीडियो वायरल होने पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर ने सस्पेंड कर दिया है.
Surajpur Latest News: छत्तीसगढ़ में ग्रामीण इलाके के भोले-भाले लोगों से काम कराने के एवज में सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा राशि वसूलने की खबरें आ रही हैं. सरकार लाख हिदायत देती है कि अधिकारी-कर्मचारी किसी भी फरियादी से काम कराने की एवज में रुपए की मांग नहीं करेंगे, नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके बावजूद ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं.
ग्रामीणों से काम कराने के एवज में अवैध तरीके से राशि वसूली करने की खबरें लगातार सामने आती रहती हैं. इसमें कई मामलों में कार्रवाई होती है, जबकि कई मामले पैसे देकर रफा-दफा कर दिए जाते हैं. ऐसा ही एक मामला सूरजपुर जिले में सामने आया है. यहां एक महिला क्लर्क (बाबू) का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ. जिसके बाद कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए उक्त महिला क्लर्क को सस्पेंड कर दिया है.
इसलिए युवक से मांगी थी रिश्वत
दरअसल, जिले के पिलखा तहसील में पदस्थ क्लर्क ने प्रतिबंधात्मक मामले में जेल गए युवक का केस खत्म करने के एवज में 1500 रुपए की मांग की थी और युवक ने रुपए दे दिए और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर सूरजपुर कलेक्टर इफ्फत आरा ने कार्रवाई की है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने मुकेश नाम के युवक पर प्रतिबंधात्मक धारा 151 के तहत कार्यवाही की थी.
यह मामला पिलखा तहसील की कोर्ट में चल रहा था. कोर्ट में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 (बाबू) रीता झा ने केस खत्म करने के एवज में 1500 रुपए मांगे थे. मुकेश ने क्लर्क को रुपए देते हुए वीडियो बना लिया था और उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. यह मामला प्रकाश में आने के बाद सूरजपुर एसडीएम रवि सिंह ने कहा था कि मामले की जांच की जा रही है और कलेक्टर को भी अवगत कराया गया है.
इधर महिला क्लर्क द्वारा रिश्वत लेते हुए का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ है. जिसे कलेक्टर इफ्फत आरा ने संज्ञान में लिया और जांच के बाद सहायक ग्रेड-3 रीता झा को सस्पेंड कर दिया है. गौरतलब है कि, शासकीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों से काम कराने की एवज में रिश्वत लेने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिन पर कार्यवाही भी की जा चुकी है. वहीं कई मामले दबा दिए जाते हैं.
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