Surajpur News: सूरजपुर में कोयला चोरी जोरों पर, पैसों का लालच देकर 'खेल' करवा रहे कोल माफिया
Chhattisgarh: सूरजपुर के मानी क्षेत्र में संचालित एसईसीएल की रेहर और गायत्री खदानों से भारी मात्रा में कोयला अवैध ईंट भट्ठों में खपाया जा रहा है. चोरी करने के लिए नवयुवकों को पैसे का लालच दिया जा रहा.
Chhattisgarh News: एक तरफ देश कोयले की किल्लत से जूझ रहा है. जिसकी वजह से दर्जन से ज्यादा राज्यों में ब्लैक आउट का संकट मंडरा रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में कोयला चोरी जोरों पर है. यहां बाजार में जिस तरह सब्जियां बिकती हैं उसी तरह चोरी का कोयला बिकता है. बावजूद इसके चोरों तक कानून के हाथ नहीं पहुंच पा रहे है. चर्चा ये भी है कि पुलिस और खनिज विभाग की मिलीभगत से ये खेल लंबे समय से चल रहा है. शायद यही वजह है कि काले हीरे के अवैध कारोबार पर अंकुश नहीं लग रहा है. जिससे शासन को करोड़ों की राजस्व की क्षति हो रही है.
धड़ल्ले से जारी है कोयला चोरी
जानकारी के मुताबिक सूरजपुर जिले के मानी क्षेत्र में संचालित एसईसीएल की रेहर और गायत्री खदानों से भारी मात्रा में कोयला अवैध ईंट भट्ठों में खपाया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मानी क्षेत्र में 4 कोयला खदान का संचालन होता है. जिसमे गायत्री, रेहर, केतकी और आमगांव शामिल है. वर्तमान में केतकी और आमगांव खदान बंद है लेकिन गायत्री और केतकी खदान चालू है और इन्ही दो खदानों से कोयला चोरी किया जाता है. बताया जाता है कि खदान से कोयला चोरी कर उसे आसपास के खेतों में छिपाकर रखा जाता है. जो कोयला अवैध ईंट भट्ठा का संचालन करने वाले खरीदते है. शाम होने के बाद मानी खदान के समीप चोरी का कोयला खरीदने के लिए पिकअप और छोटा हाथी जैसे वाहनों की लाइन लग जाती है.
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नवयुवकों को देते है पैसे का लालच
कोयला खदान से प्रभावित गांव के लोगों के मुताबिक ग्राम पंचायतों में कुछ असामाजिक तत्व के व्यक्तियों के सहयोग से अवैध ईंट भट्ठों के मालिकों द्वारा 1000 की संख्या में आसपास के नवयुवक ग्रामीणों द्वारा कोल खदान में चोरी करवाकर ईंट भट्ठों में अवैध कोयला इकट्ठा कर प्रशासन के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से परिवहन किया जाता है. जिस क्षेत्र में कोल खदान संचालित है वहां ज्यादातर वनवासी आदिवासी परिवार के लोग निवास करते है. जिससे क्षेत्र के नवयुवकों को एक हजार, दो हजार रुपए का लालच देकर चोरी जैसा अपराध कराया जा रहा है.
अवैध ईंट भट्ठों में खपाया जाता है चोरी का कोयला
सूत्रों से मिली जानकारी में मुताबिक मानी के कोयला खदान से जो चोरी का कोयला निकलता है. उसे जिले के अवैध ईंट भट्ठों में खपाया जाता है. वहीं बीच बीच में पुलिस दिखावे के लिए एक दो कार्रवाई भी करती है लेकिन इसके बावजूद भी कोयले का अवैध परिवहन नहीं रुकता है. जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठते रहते है.
अवैध कारोबार बंद नहीं हुआ तो आंदोलन
सूरजपुर के मानी इलाके में लंबे समय से चल रहे कोयला के अवैध कारोबार को बंद करने के लिए चार गांव के सरपंच और जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर, एसपी और आईजी को शिकायत प्रेषित किया हैं और कोई कार्रवाई नहीं होने पर धरना और आंदोलन करने की चेतावनी दी है. इसके अलावा ग्रामीणों ग्राम पंचायत मानी में संचालित दो ईंट भट्ठा को अवैध बताकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
पुलिस ने कहा कार्रवाई करेंगे
एएसपी हरीश राठौर ने बताया कि अभी विश्रामपुर पुलिस ने चोरी का कोयला पकड़ा था. अगर इसके बाद भी चोरी हो रही है तो कार्रवाई करेंगे. वहीं इस मामले पर खनिज विभाग के इंस्पेक्टर ने बताया कि कार्रवाई होती है. गांव वाले शिकायत किए थे जिसके बाद वहां खनिज विभाग की टीम ने जाकर कार्रवाई की. इसके अलावा अवैध कोयला पर बिश्रामपुर थाना से भी कार्रवाई हुई है.
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