Surajpur News: सूरजपुर में उत्तर से आने वाली शीतलहर की वजह से पिछले तीन रातें इस महीने की सबसे सर्द रात दर्ज की गई. इस बेताहासा ठंड का असर घूमंतू और मुसाफिर लोगों पर पड़ सकता था. इसलिए सूरजपुर के कलेक्टर, एसपी और जिला पंचायत सीईओ ने जिले के कई अस्पताल, बस स्टैंड और चौक चौराहों पर घूम-घूम कर असहाय और जरूरतमंदों को कंबल, चाय और बिस्कुट का वितरण कर मानवता का संदेश देने का प्रयास किया है.


सरगुजा संभाग में पिछले तीन दिनों में तापमान लुढ़क कर औसतन 4 डिग्री तक पहुंच गया है. इतने कम तापमान में ठंड की वजह से कई बार उन लोगों की जान चली जाती है, जो बिना गर्म कपड़े के बस स्टैंड या किसी सार्वजनिक स्थलों में रात गुजारते हैं. लिहाजा बढ़ी ठंड में ऐसी परिस्थिति से बचने के लिहाज से बीती रात 10 बजे से करीब 12 बजे तक सूरजपुर जिले के कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता और जिला पंचायत सीईओ राहुल गुप्ता अपने अपने बंगलों से बाहर निकले. इस दौरान ये सभी अधिकारी पूरी टीम के साथ सबसे पहले मुख्यालय सूरजपुर के जिला अस्पताल पहुंचे, यहां पर उन्होंने जरूरतमंदों को कंबल दिया. जिसके बाद प्रशासनिक अमला नया बस स्टैंड, पुराने बस स्टैंड, और भैयाथान चौक पहुंचा, जहां पर इन अधिकारियों ने गरीब, जरूरतमंदों को कंबल, चाय और बिस्कुट का वितरण किया.


मुख्यालय से बाहर भी गए


जिला मुख्यालय में कंबल, चाय और बिस्कुट का वितरण करने के बाद कलेक्टर डॉ गौरव सिंह की अगुवाई में पूरा अमला विश्रामपुर नगर पंचायत पहुंचा. यहां पर भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के पास पहुंच कर अधिकारियों ने घूंमतू लोगों के साथ, गरीब और जरूरतमंद लोगों को ठंड से बचने के लिए कंबल की व्यवस्था की और सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था का जायजा लिया. गौरतलब है कि विश्रामपुर और सूरजपुर दोनों स्थानों में इन अधिकारियों ने करीब 50 लोगों के ठंड से बचने के उपाय किए.


घर से चाय बिस्कुट लेकर पहुंचे कलेक्टर


ठंड के प्रकोप से लोग सुरक्षित रह सकें, इस लिहाज से कलेक्टर ने न केवल कंबल वितरण किया बल्कि मानवता का परिचय देते हुए कलेक्टर अपने घर से चाय और बिस्कुट लेकर निकले. चौक चौराहों पर ठंड से ठिठुर रहे लोगों को कंबल के साथ चाय पिलाई. इतना ही नहीं इसके अलावा कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह ने इस दौरान जिले के सभी 6 नगरीय निकाय और जनपद, तहसील के सीएमओ, सीईओ, एसडीएम और तहसीलदार को ग्रामीण इलाकों में अलाव की बेहतर व्यवस्था और जरूरतमंदों को कंबल बांटने के साथ सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए और उसका फॉलोअप भी लिया. जानकारी के मुताबिक ठंड से बचने के लिए कंबल बांटने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए थे. लेकिन आमतौर पर ऐसे निर्देशों का पालन खानापूर्ति के लिए किया जाता है. पर सूरजपुर मे जो नजारा दिखा वो दूसरे जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के लिए रोड मैप साबित हो सकता है. वो भी ऐसे समय में जब जिले में हाड़ कंपा देने वाली ठंड का असर हो.


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