Surajpur News: सूरजपुर जिले में जान जोखिम में डालकर पढ़ती हैं छात्राएं, जर्जर हो चुका है स्कूल का छत
Chhattisgarh News: सूरजपुर में हायर सेकंडरी स्कूल के बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने पर मजबूर हैं.
Surajpur School Condition: छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह के गृह जिले सूरजपुर में हायर सेकंडरी स्कूल के बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने पर मजबूर हैं. स्कूल के कमरों की हालत जर्जर हो चुकी है और उसी कमरे में बच्चों को बैठाकर पढ़ाया जा रहा है. जिससे बच्चों का ध्यान पढ़ाई में कम, स्कूल की छत पर ज्यादा रहता है. पढ़ाई के बीच हर वक्त बच्चों के मन ने यह डर रहता है कि कहीं प्लास्टर उनके ऊपर ना गिर पड़े.
ऐसे परिवेश में पढ़ना बच्चों के लिए खतरा बना हुआ है. मामला भैयाथान ब्लॉक अंतर्गत भटगांव में स्थित कन्या उच्चतर माध्यमिक स्कूल का है.
स्कूल के दस में आठ कमरे जर्जर
इस स्कूल में कुल दस कमरे हैं. जिसमें से आठ कमरों की हालत खराब हो गई है. छत का प्लास्टर आए दिन टूटकर गिरता रहता है. अभी हाल ही में एक छात्रा के ऊपर प्लास्टर टूटकर गिर पड़ा. जिससे वह चोटिल हो गई थी. शिक्षा व्यवस्था को लेकर इतनी गंभीर समस्या होने के बावजूद शासन-प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिससे छात्राएं अपनी जाना जोखिम में डालकर अपना भविष्य गढ़ रही हैं.
स्कूल प्रबंधन की ओर से कई बार स्कूल भवन के हालात से शासन-प्रशासन को अवगत कराया गया है लेकिन अब तक इस समस्या के निदान के लिए कोई पहल नहीं की जा सकी है. जिससे स्थिति जस की तस बनी हुई है.
किसी अधिकारी ने कोई पहल नहीं की
प्रिंसिपल पुष्पा खलको ने बताया कि कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में 517 बच्चे पढ़ते हैं. 9वीं से 12वीं तक के बच्चे आठ कमरे में अध्ययन करते हैं. उन्होंने आगे बताया कि स्कूल भवन के हालात से मुख्य नगर पंचायत अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर अवगत कराया जा चुका है लेकिन उनके द्वारा कोई पहल नहीं की गई है. ऐसे में जर्जर भवन में हादसे की आशंका बनी हुई है.
पिछले वर्ष भी गिरा था प्लास्टर
स्कूल के छत का प्लास्टर गिरने की यह पहली घटना नहीं है. पिछले वर्ष कक्षा 9वीं के कमरे का प्लास्टर गिर पड़ा था. इस दौरान कमरे में बच्चे बैठे थे, हालांकि किसी को चोंट नहीं आई थी. स्कूल में पदस्थ शिक्षकों के मुताबिक कक्षा में जाने से पहले हमेशा डर बना रहता था. बच्चों का ध्यान भी पढ़ाई के बजाए छत की ओर रहता है. इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार रॉय ने बताया कि प्राचार्य के माध्यम से घटना की जानकारी मिली है.
उन्होंने तत्काल अवलोकन कराकर रिपोर्ट मंगाने की बात की है. उन्होंने कहा कि जल्द ही मरम्मत कार्य प्रारंभ कर दी जाएगी. भविष्य में ऐसी घटना नहीं होगी.