Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर के बाल संप्रेक्षण गृह में 12 अपचारी बालकों के कोरोना संक्रमित होने से हड़कंप मच गया है. अलग-अलग कमरे में आइसोलेशन होने का फायदा उठाते हुए तीन अपचारी बालक फरार हो गए हैं. भागे गए अपचारी बालकों में दो कोरिया और एक सरगुजा जिले का है. गांधीनगर थाना की पुलिस फरार बालकों को तलाश में जुट गई है. तीन दिन के भीतर बाल संप्रेक्षण गृह में 12 अपचारी बालकों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. इधर संक्रमितों के फरार होने से केंद्र में सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठने लगे है.
बच्चों के अलावा कर्मचारी भी संक्रमित
कोरोना की चौथी लहर की आहट के बीच संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर के बाल बंदी गृह में निरुद्ध 12 बच्चों के साथ एक कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हुआ है. चिकित्सकों की सलाह पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बाल संप्रेक्षण गृह प्रबंधन ने संक्रमित बच्चों को अलग-अलग कमरों में आइसोलेट किया है.
वहीं अन्य बच्चों को संक्रमण से बचाने भी सावधानी बरती जा रही है. तीन दिन के भीतर बाल बंदी गृह में 12 संक्रमित बच्चों की पहचान हुई है. जिससे आशंका जताई जा रही है कि संभवतः नए संक्रमित बच्चों के आने से संक्रमण फैला है. संस्था के एक कर्मचारी के अलावा किशोर न्याय बोर्ड का भी एक कर्मचारी में संक्रमण कि पुष्टि हुई है.
बाल संप्रेक्षण गृह की प्रभारी ने दी ये जानकारी
बाल संप्रेक्षण गृह की प्रभारी शमा नूरी के बताया कि इस संस्था की क्षमता 50 सीट की है. बुधवार 6 जुलाई तक निरुद्ध अपचारी बालकों की संख्या 27 थी. जिसमें से 12 बच्चों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि शासन की गाइडलाइन के तहत बाल बंदी गृह में आने वाले नए बच्चों को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट होने पर ही प्रवेश की अनुमति दी जाती है. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि करीब 10 दिनों पूर्व बलरामपुर जिले से एक अपचारी बालक पहुंचा था.
बालक को सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण थे. उसका उपचार चल रहा था. कई दिन बाद भी तबियत ठीक नहीं होने पर चिकित्सक की सलाह से 'आरटीपीसीआर' टेस्ट कराया गया. जिसमें उसे कोरोना होने की पुष्टि हुई थी. इसके बाद अन्य बच्चों और कर्मचारियों का भी सैंपल जांच कराया गया. जिसमें 11 और बच्चों के साथ दो कर्मचारी भी पॉजिटिव आए.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी ?
गांधीनगर थाना प्रभारी कलीम खान ने बताया कि तीन अपचारी बालक हैं. दो कोरिया जिले के और एक सरगुजा जिले के रहने वाले हैं. ये बालक चोरी के प्रकरण में निरुद्ध थे और कोविड पॉजिटिव थे. पुलिस बालकों के परिवार, उनके रहने की जगह से लेकर, जहां वो जा सकते थे सारी संभावित जगहों की तलाशी कर रही है. कोरिया में भी संबंधित थाना प्रभारियों को सूचित कर दिया गया है.