Ambikapur News: सरगुजा जिले के मैनपाट क्षेत्र में हाथियों के बाद अब तेंदुए की दहशत बढ़ गई है. दरअसल, मैनपाट वन परिक्षेत्र और धरमजयगढ़ ब्लॉक के सीमावर्ती क्षेत्र में एक तेंदुए ने बछड़े का शिकार किया है. ग्रामीणों के अनुसार, जहां बछड़े का क्षत विक्षत शव मिला है. उसी जगह पर तेंदुए के पैरों के निशान देखे गए हैं. ऐसे में ग्रामीण पूर्ण रूप से आश्वस्त है कि क्षेत्र में तेंदुआ विचरण कर रहा है. हालांकि वन अमले ने क्षेत्र में तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं की है लेकिन संभावना जताई है कि जंगल बड़ा है तो तेंदुआ हो सकता है.
पहले भी हमला कर चुका है तेंदुआ
बता दें कि, ग्राम केसरा में रहने वाले ग्रामीण त्रिलोकी यादव के जर्सी नस्ल का एक बछड़े का शव क्षत विक्षत हालत में पड़ा मिला है. शव की हालत काफी खराब है. जिसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी जंगली जानवर ने उसका शिकार किया और कुछ हिस्से को खा गया है. शव के पेट और शरीर पर जंगली जानवरों के निशान देखे गए है. घटनास्थल के आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि मैनपाट और कापू रेंज के जंगलों में जंगली हाथियों के अलावा एक तेंदुए के घूमने की भी जानकारी लगातार सामने आती रही है. इससे पहले भी तेंदुए ने हमला किया है.
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वन विभाग ने जताई तेंदुआ होने की संभावना
बछड़े के शव के पास ही पंजे के निशान को देखकर ग्रामीणों ने दावा किया है कि ये निशान तेंदुए के पंजे का ही है. उसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई है. मैनपाट वन परिक्षेत्र के रेंजर फेकू प्रसाद चौबे ने बताया कि मैनपाट का तराई क्षेत्र है. जो रायगढ़ जिले के कापू रेंज में आता है. वह 40 किलोमीटर की दूरी पर फैला हुआ है. संभावना है कि तेंदुआ आ सकता है. उन्होंने यह भी आशंका जताई की संभवतः बछड़े को तेंदुए ने ही मारा हो. इसके अलावा उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र में बछड़े का मरा हुआ शव मिला है, उन इलाके में हाथियों का दल घूमता रहता है. ऐसे में उस क्षेत्र में तेंदुआ है या नहीं यह पता लगाने की कोशिश नहीं की जा सकती है.