Surguja News: सरगुजा के एल्यूमिना फैक्ट्री में कोयला बंकर गिरने से 4 मजदूरों की मौत, CM साय ने दिए ये आदेश
Surguja Alumina Refinery Accident: सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि सरगुजा के एल्यूमिना प्लांट में हुए हादसे में चार मजदूरों की मौत और कई मजदूरों के घायल होने का दुःखद समाचार मिला है.
Surguja Alumina Refinery Accident News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा के अंबिकापुर स्थित मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना फैक्ट्री में रविवार (8 सितंबर) को हुए हादसे में अब तक चार मजदूरों की मौत हो गई है और इस हादसे में कई मजदूर गंभीर रूप से घायल हुए हैं. सभी घायलों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि प्लांट में कोयला बंकर गिरने से यह हादसा हुआ. इस मामले में सीएम विष्णुदेव साय ने जांच के आदेश दिए और कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सीएम विष्णुदेव साय ने ट्वीट कर कहा, "सरगुजा के एल्यूमिना प्लांट में हुए औद्योगिक हादसे में चार मजदूरों की मौत और कई मजदूरों के घायल होने का दुःखद समाचार मिला है. मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति, परिजनों को संबल और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं."
Chhattisgarh CM Vishnu Deo Sai tweets, "Sad news has been received about the death of 4 workers and injury of many workers in an industrial accident at the Alumina Plant in Surguja. Orders have been given to investigate the matter, strict action will be taken against the… pic.twitter.com/83aJ8r7EhU
— ANI (@ANI) September 9, 2024
कई मजदूरों की हालत गंभीर
एलुमिना रीफाइनरी में सुबह 11 बजे कोयला लोड हॉपर नीचे गिर गया. हॉपर से ब्रायलर तक कोयला ले जाने वाली बेल्ट भी फ्रेम सहित नीचे गिर गई. हादसे के दौरान मौके पर काम कर रहे 8 से 9 मजदूर हॉपर और कोयले में दब गए. इसके बाद प्लांट में अफरा तफरी मच गई. इसमें से चार मजदूरों की मौत हो गई. वहीं घायलों का मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक, जो कोयला लोड हॉपर गिरा है, उसमें पहले भूसा भरा जाता था. भूसे से प्लांट का ब्रायलर चलता था. इस बीच एक सितंबर से इस हॉपर में कोयला डाला जाने लगा और कोयले से ब्वॉयलर चलाया जा रहा था. हॉपर भूसा भरने की क्षमता के हिसाब से बनाया गया था, जबकि कोयला भरे जाने से हॉपर ओवरलोड हो गया और यह हादसा हुआ.