Surguja News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में 1 नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है. इस साल बारिश की लेट लतीफी की वजह से किसानों के धान काफी देर से तैयार हुए. इसलिए धान खरीदी केंद्रों में हर दिन दो-चार किसान ही धान बेचने पहुंच रहे हैं. ज्यादातर किसान अभी धान की कटाई-मिंजाई का काम शुरू किए हैं. कमोवेश प्रदेश के सभी जिलों में यही स्थिति है लेकिन इससे पहले प्रशासन अवैध धान भंडारण (Illegal paddy storage) और परिवहन करने वालों पर जमकर बरस रहा है और दबिश देकर धान जब्ती की कार्रवाई कर रहा है. सरगुजा जिले में प्रशासन की टीम ने अब तक अवैध धान के खिलाफ दो कार्रवाई की है. 


वहीं धान खरीदी केंद्र से धान की हेराफेरी करने की कोशिश के एक मामले पर कार्रवाई की गई है. सरगुजा में इस तरह के मामले सामने आने के बाद धान पर सियासत भी शुरू हो गई है. बीजेपी प्रवक्ता ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में पूत के पांव पालने में दिखाई देते हैं और इसलिए धान खरीदी आरंभ हुई नहीं, गांव बसा नहीं, चोरों का डेरा गांव में हो गया.


215 बोरी धान जब्त
दरअसल, प्रशासन द्वारा धान खरीदी केंद्रों और व्यवस्थाओं पर निगरानी करने के लिए गठित टीम द्वारा बिना दस्तावेज के परिवहन करते हुए 215 बोरी धान जब्त किया गया है. लखनपुर तहसीलदार गरिमा ठाकुर की अगुवाई में जांच दल द्वारा लखनपुर जनपद के लहपटरा गांव के पास दो ट्रैक्टर में धान का परिवहन करते देखकर रुकवाया गया. ट्रैक्टर चालकों से धान के दस्तावेज मांगे गए लेकिन वाहन चालक कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका. इसके बाद दोनों ट्रैक्टर पर कार्रवाई करते हुए उसमें लोड कुल 215 बोरी धान जब्त किया गया. 


इसके अलावा गुरुवार को राजस्व, खाद्य व मंडी बोर्ड की संयुक्त टीम द्वारा सीतापुर में दो दुकानों में अवैध भंडारित 68 क्विंटल धान और 40 नग बोरा जब्त किया गया है. दरअसल, सीतापुर एसडीएम रवि राही के निर्देश पर तहसीलदार मुखदेव यादव के नेतृत्व में संयुक्त टीम द्वारा तहसील अंतर्गत क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है. टीम द्वारा सीतापुर में स्थित दिनेश बेहरा के दुकान से 16 क्विंटल अवैध भंडारित धान और 40 नग बोरा जब्त किया गया. ग्राम राजौटी में विजय गुप्ता के दुकान से 52 क्विंटल अवैध धान जब्त किया है.  


रखी जा रही कड़ी निगरानी
गौरतलब है कि, सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देशानुसार अवैध धान के भंडारण और परिवहन पर जांच दल द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है.  व्यापारियों द्वारा स्टॉक से अधिक अवैध रूप से भंडारित धान की जांच पड़ताल निगरानी दलों द्वारा की जा रही है. हाल ही में अम्बिकापुर एसडीएम ने धान खरीदी केंद्र बटवाही से 280 क्विंटल धान लोड कर राइस मिल जाने के लिए निकली ट्रक को बिलासपुर रोड में पकड़ा था. इस मामले में यह पता चला था कि, धान खरीदी केंद्र से धान ट्रक में लोड कर उसे कंठी के राइस मिल में ले जाना था लेकिन ट्रक चालक उक्त धान को राइस मिल नहीं ले जाकर कहीं और ले जा रहा था. इस मामले में एसडीएम ने 280 बोरी धान और ट्रक को जब्त कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया था.


बीजेपी ने साधा निशाना
इसके बाद धान पर सियासत शुरू हो गई. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में पूत के पांव पालने में दिखाई देते हैं और इसलिए धान खरीदी आरंभ हुई नहीं, गांव बसा नहीं, चोरों का डेरा गांव में हो गया. धान खरीदी शुरू हुई है. कस्टम मिलिंग के लिए राइस मिल में पहुंचने की जगह वो कहीं और पहुंच जा रहा है. अभी जनता ने आवाज उठाई, हल्ला गुल्ला हुआ तो पकड़ा गया. ये पूरा एक रैकेट चल रहा है. हर ब्लॉक में जांच करे तो कम से कम 10 प्रतिशत किसानों का रकबा शून्य कर दिया है और कई लोगों का रकबा कई गुना बढ़ा दिया गया है. अपने आप में किसानों के साथ ये बहुत बड़ा अन्याय किया जा रहा है. 


अनुराग सिंहदेव ने आगे कहा कि, वैसे भी किसान परेशान हैं और इसपर भी भ्रष्टाचार पूरे तरीके से हावी है. अनुराग सिंहदेव ने कहा कि, जिला प्रशासन हो या फूड विभाग, या अन्य विभाग जो धान खरीदी के लिए संबंधित है. ये सभी राज्य सरकार के इशारे पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. उनको फिक्स किया गया है कि वो इतना पैसा जमा करेंगे. जैसे अभी ईडी में 25 रुपए टन कोयला का वसूली किया जाता था और इस ईडी के छापे के दायरे में 12-15 लिस्ट देखेंगे. उसमें धान राइस मिलर्स थे उनपर भी रेड किया गया है. राइस किंग्स के ऊपर भी रेड किया गया. ये भ्रष्टाचार का जो जाल है सिर्फ कोयला तक नहीं, बल्कि धान और रेत तक भी है. यह अन्य क्षेत्र में भी है. पूरी सरकार काली करतूतों में व्यस्त है. सबको टारगेट दिया गया है. वो सारे टारगेट पूरा करना है.


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