Surguja News: संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में कुलपति का पद मिला लेकिन कुर्सी नहीं, विवाद से छात्रों की बढ़ी ये परेशानी
Chhattisgarh News: सरगुजा स्थित संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में कुलपति प्रोफेसर रोहिणी प्रसाद ने कोर्ट के आदेश के बाद पद ग्रहण तो कर लिया है लेकिन उन्हें अभी कुर्सी नहीं मिली है.
Sant Gahira Guru Vishwavidyalaya News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) स्थित संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय (Sant Gahira Guru Vishwavidyalaya) में कुलपतियों के बीच विवाद सामने आया है. हाईकोर्ट (High Court) के आदेश और राज्यपाल कार्यालय (Governor's Office) से पत्र जारी होने के बाद कुलपति प्रोफेसर रोहिणी प्रसाद (Vice Chancellor Professor Rohini Prasad) ने पदभार तो ग्रहण कर लिया लेकिन पिछले तीन दिनों से उन्हें अपनी कुर्सी नहीं मिल पाई है. बताया जा रहा है कि कुलपति कक्ष और वाहन की चाबी वर्तमान कुलपति प्रोफेसर अशोक सिंह (Vice Chancellor Professor Ashok Singh) के पास है. आपसी विवाद के कारण विश्वविद्यालय (University) का काम प्रभावित होने की बात सामने आ रही है.
मौजूदा विवाद का असर ऑल इंडिया वुडबॉल यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता (All India Woodball University Competition) में सरगुजा विश्वविद्यालय की भागीदारी पर भी पड़ सकता है. यह प्रतियोगिता राजस्थान (Rajasthan) के जयपुर (Jaipur) में 27 जून से 30 जून तक आयोजित होने वाली है. इसके लिए सरगुजा विश्वविद्यालय की टीम को 25 जून को सुबह की ट्रेन से जाना है. सभी खिलाड़ियों के ट्रेन टिकट भी बुक हो गए हैं. टीम की रवानगी के लिए आदेश पत्र पर कुलसचिव का हस्ताक्षर तो हो चुका है लेकिन कुलपति का हस्ताक्षर अब तक नहीं हो पाया है.
समस्या को लेकर कलेक्टर से मिले खिलाड़ी
इस समस्या को लेकर वुडबॉल के खिलाड़ियों ने सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा (Surguja Collector Sanjeev Kumar jha) से मुलाकात कर अपनी सारी समस्याओं से उनको अवगत कराया और मदद की गुहार लगाई. सरगुजा कलेक्टर ने खिलाड़ियों के मामले को गंभीरता से लिया है और 32 खिलाड़ियों के लिए फंड की व्यवस्था कर उन्हें जयपुर भेजने का आश्वासन दिया है. इसके साथ ही कलेक्टर ने खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन कर सरगुजा का नाम रौशन करने के लिए शुभकामनाएं भी दीं.
कलेक्टर ने यह कहा
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कहा, ''संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के बच्चों को वुडबाल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए जयपुर जाना है. इनका पूरा ट्रैवल अरेंजमेंट हो गया है लेकिन वहां हिस्सेदारी के लिए परमीशन और फाइनेंशियल अप्रूवल नहीं मिला है. इनके स्पोर्ट्स ऑफिसर का कहना है फाइनेंशियल अप्रूवल इनके वाइस चांसलर की लिमिट के अंदर है लेकिन यहां वाइस चांसलर क्लियर नहीं हो पा रहे हैं तो मामला रुका हुआ है. अगली सुबह में इनकी ट्रेन है. इन्हें 26 जून को वहां रिपोर्ट करना है, इसलिए बच्चे परेशान हैं. हम इसका समाधान करेंगे.''