देश में लगातार बढ़ते कोरोना केस चौथे लहर की आशंका को बल दे रहे हैं. देशभर से हर दिन 10 हजार से ज्यादा नए मरीजों की पहचान हो रही है. चूंकि त्यौहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में सरकारें फिर से कोरोना को लेकर सावधानी बरतने की अपील कर रही है. जिससे कोरोना के मामले फिर से रफ्तार ना पकड़े.
छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ाई हुई है. अभियान चलाकर गांव गांव, घर घर जाकर वैक्सिनेशन किया जा रहा है. प्रदेश के सरगुजा जिले में 23 दिनों में रिकॉर्ड 2 लाख से अधिक लोगों ने टीका लगवाया है. इसके अलावा त्यौहारी सीजन में सरगुजा में संक्रमण की बढ़ती रफ्तार ने लोगों की चिंता बढ़ाई है.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिनोम सिक्वेंसी जांच में ओमिक्रोन के सामान्य वैरिएंट की पुष्टि हुई है. जो घातक नहीं है. सरगुजा में रविवार को 17 नए पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. मौजूदा समय में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 138 हो गई है. शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर रोज संक्रमित मिल रहे है. संक्रमण में बढ़ोतरी के बावजूद बचाव के लिए एहतियात बरतने के प्रति लोगों में लापरवाही नजर आ रही है. ज्यादातर लोग न तो मास्क लगा रहे है ना ही अन्य कोरोना नियमों का पालन कर रहे है. शासकीय, राजनैतिक, सामाजिक सहित अन्य बैठकों व कार्यक्रमों में भी कोरोना नियमों को अनदेखी की जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि संक्रमण के रोकथाम व बचाव में टीकाकरण प्रभावी है.प्रथम व द्वितीय खुराक ले चुके लोग संक्रमित तो हुए मगर उनमें गंभीर लक्षण नहीं दिखे.बूस्टर डोज भी जरूरी है. इधर वैक्सीन की कमी के कारण जिले में टीकाकरण प्रभावित हो रही है.कोविशील्ड टीके की मांग सर्वाधिक होने से खपत ज्यादा है.स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोवैक्सीन टीका की उपलब्धता पर्याप्त है.
होमआइसोलेशन के जिला नोडल अधिकारी डॉ शैलेंद्र गुप्ता ने बताया कि सरगुजा में प्रतिदिन 25 से 30 मरीज मिल रहे हैं. विशेष संक्रमित नहीं मिलने से अस्पताल में भर्ती करने जैसी स्थिति नहीं है. होमआइसोलेशन में ही संक्रमित स्वस्थ्य हो रहे है.उन्होंने कहा कि संक्रमितों का सैंपल जिनोम सिक्वेंसी जांच के लिए भेजा गया था. जिसमें ओमिक्रान के सामान्य वैरिएंट का पता चला है.सामान्य लक्षण वाले मरीज ही मिल रहे है.
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