Surguja News: डीएम की सक्रियता से दो घंटे में बन गया सर्टिफिकेट, तीन दिव्यांग बच्चों ने कलेक्टर से लगाई थी गुहार
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में कलेक्टर के आदेश के बाद तीन दिव्यांग भाई बहनों का दो घंटे में आयुष्मान कार्ड और दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनकर तैयार हो गया.
Ambikapur News: सरगुजा जिले में आज एक दंपत्ति अपने तीन बच्चों को लेकर कलेक्टर के पास पहुंच गए. तीनों बच्चे आंख से दिव्यांग थे. जिसके बाद कलेक्टर ने उनकी समस्या को सुनकर तहसीलदार को बुलाया और तत्काल प्रभाव से उनकी समस्या के निराकरण करने का निर्देश दिया. उसके बाद उनकी ऐसी मदद हुई. जिसके लिए शायद उनको दफ़्तर के महीनों चक्कर लगाना पड़ता.
दो घंटे में बना आयुष्मान कार्ड और दिव्यांगता सर्टिफिकेट
आज दोपहर बाद जिले के बतौली के रहने वाले दंपत्ति अपनी 13 साल की बेटी, 8 साल के बेटे और 5 साल के बेटे के साथ अम्बिकापुर स्थित कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. दोपहर बाद कलेक्टर ऑफिस पहुंच कर उन्होंने सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार से मुलाकात की और उन्होंने कलेक्टर को बताया कि आंखों से दिव्यांग उनके तीनों बच्चों के दिव्यांग सर्टिफिकेट नहीं बने हैं. साथ ही उनका आयुष्मान कार्ड भी नहीं बना है. जिसके बाद कलेक्टर ने तुरंत अपने तहसीलदार को बुलवाया और उनके साथ सभी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवा कर इनकी समस्या को तत्काल निपटारा करने के निर्देश दिए. इधर कलेक्टर के निर्देश पर अस्पताल पहुंचे तीनों दिव्यांग बच्चों का करीब दो घंटे के भीतर दिव्यांग सर्टिफिकेट भी बन गया और आयुष्मान कार्ड भी बन गया.
अस्पताल में मिली वीआईपी सुविधा
दिव्यांगता सर्टिफिकेट और आयुष्मान कार्ड बनने तक नायब तहसीलदार सौरभ सिंह परिवार और बच्चे के साथ अस्पताल में डटे रहे. इस दौरान बच्चों की हर प्रकार की जांच और दवाएं भी उपलब्ध कराई गई. इतना ही अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने बच्चों के खाना पानी और गांव तक भेजने की व्यवस्था भी की. बच्चे और उनके माता पिता जब तक वहां मौजूद रहे तब तक हास्पिटल कंसलटेंट प्रियंका कुरील और अन्य स्टाफ ने बच्चों का खूब ख्याल रखा. और बच्चों को भेजने एंबुलेंस की व्यवस्था की. दरअसल, ऐसा पहली बार हुआ है जब इतने कम समय में ऐसा काम किया हो.
तहसीलदार ने दी जानकारी
तहसीलदार भूषण मंडावी ने बताया कि एक बच्चे का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बन गया था. दो का नहीं बना था. इसलिए उन्हें अस्पताल भिजवाए थे. उनका आयुष्मान कार्ड भी बनवा रहे है. इसके बाद जनधन योजना में बैंक खाता खुलवाने का काम किया जाएगा. एक बच्चे का आधार कार्ड नहीं बना है. उसे भी बनवाया जाएगा. शासन की जो भी फैसिलिटी है. कलेक्टर के आदेशानुसार उन्हें उपलब्ध कराएंगे. उन्होंने आगे कहा कि, बड़े बच्चे की जांच के बाद उसे ट्राई साइकिल भी दिलवाएंगे.
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