Chhattisgarh News: कड़कड़ाती ठंड में 40 हाथियों का दल बना मुसीबत, 15 घर तोड़ने के बाद मचा रहे उत्पात
Surguja News: जशपुर में तबाही मचाने के बाद 40 हाथियों का यह दल सरगुजा जिले के सीतापुर वनपरिक्षेत्र के जंगल में डेरा जमाए हुए है. दल ग्रामीणों के खेत में लगे फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा (Surguja) संभाग में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है. शाम होते ही लोग गर्म कपड़े के साथ अपने घरों के दुबक जा रहे है ताकि ठंड से बचाव हो सके, लेकिन सरगुजा के सीतापुर और कोरिया (Korea) जिले के देवगढ़ इलाके में ग्रामीण इलाके के लोग रात के ठंड में रतजगा करने पर मजबूर हैं. इसकी वजह गज आतंक है. दरअसल, पिछले सप्ताह भर से सरगुजा के सीतापुर इलाके में 40 हाथियों के दल ने डेरा जमाया हुआ है. जो शाम होते ही जंगल से निकलकर गांवों की ओर रुख करते हैं और जमकर उत्पात मचाते हैं. बीते दो दिनों से हाथियों ने उत्पात मचाते हुए पांच ग्रामीणों के मकान को तोड़ दिया है. इसके साथ ही खेतों में लगे आलू और गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाया है. वन विभाग हाथियों की गतिविधियों पर नजर बनाकर निगरानी कर रहा है. वहीं ग्रामीणों से हाथियों के करीब नहीं जाने और छेड़छाड़ नहीं करने के लिए कहा जा रहा है.
फसलों को पहुंचा रहे नुकसान
दरअसल, 6 दिसंबर को 40 हाथियों का दल जशपुर जिले के पत्थलगांव वनपरिक्षेत्र में घूम रहा था. इन हाथियों के दल ने बालाझर और खरकट्टा गांव में आतंक मचाया और खेत में रखे किसानों के धान की फसल और खलिहानों में रखे धान को चट कर गए. इसके अलावा लगभग 15 ग्रामीणों के घरों को तोड़कर नुकसान पहुंचाया. वन विभाग द्वारा मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को हुए नुकसान का आंकलन कर मुआवजा देनें की तैयारी की जा रही है. वहीं जशपुर में तबाही मचाने के बाद 40 हाथियों का यह दल सरगुजा जिले के सीतापुर वनपरिक्षेत्र के जंगल में डेरा जमाए हुए है. दल ग्रामीणों के खेत में लगे फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है.
कई ग्रामीणों का मकान तोड़ा
वर्तमान में 40 सदस्यीय हाथियों का दल बंशीपुर और पेटला के जंगलों में डेरा जमाए हुए है, जो बीती रात विचरण करते हुए ग्राम रजौटी के करीब पहुंच गए. यहां हाथियों ने गांव में उत्पात मचाते हुए खेतों में लगे आलू और गन्ने की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है. इस दौरान हाथियों ने हीरालाल, गोविंद समेत 5 ग्रामीणों के मकान को क्षतिग्रस्त करते हुए पियारो के खलिहान में रखा धान भी चट कर दिया. हाथियों द्वारा उत्पात मचाने की खबर के बाद मौके पर पहुंचे वन अमले ने सुरक्षित तरीके से हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ते हुए लोगों को इनसे बचने की सलाह दी है. फिलहाल, वन विभाग वनपरिक्षेत्र अधिकारी विजय कुमार तिवारी के दिशा निर्देश पर पेटला और रजौटी के जंगलों में मौजूद जंगली हाथियों पर नजर जमाए हुए है.
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