Surguja News: छत्तीसगढ़ सरकार गांव-गांव तक विकास पहुंचाने का लाख दावा करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. इसकी बानगी सरगुजा जिले में देखने को मिली है. यहां जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से महज 7 किलोमीटर दूरी पर बसा घंघरी गांव बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है. यहां के रहवासी सड़क, पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की समस्याओं से जूझ रहे है लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. इस विषय पर क्षेत्रीय विधायक का कहना है कि प्रशासकीय स्वीकृति के कारण काम रुका हुआ है. जैसे ही स्वीकृति मिलेगी काम पूरा कर लिया जाएगा. 


कहते हैं गांव के विकास से देश का विकास संभव है और चुनाव के समय नेता विकास के नाम पर वोट मांगने के लिए गांवों में घर-घर पहुंचते है लेकिन सत्ता मिलने के बाद नेताओं को गांव की सुध नहीं रहती है. शायद इसलिए जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर बसा घंघरी गांव का आश्रित मोहल्ला आसडांड आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय विकास का वादा किए और जीतने के बाद विधायक कभी नहीं आए. आसडांड में सड़क की समस्या बनी हुई है लेकिन इस पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है.


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घंघरी गांव में स्थिति खराब
घंघरी गांव में ऐसी स्थिति बन गई है कि जनप्रतिनिधि और जिम्मेदार अधिकारियों के उदासीनता की वजह से ग्रामीण चंदा इकट्ठा कर मिट्टी मुरूम की सड़क बनाकर आवागमन करने पर मजबूर हैं. ऐसे में बारिश के दिनों में यहां के लोगों का सड़क पर चलना किसी चुनौती से कम नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क नहीं होनें पर बीमार या आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेंस इनके गांव तक नहीं पहुंच पाता. जिसके चलते सही समय में ईलाज नहीं मिलने से कई लोगों की जान चली गई है. सालों से जनप्रतिनिधि और जिम्मेदार अधिकारियों से गुहार लगा रहे ग्रामीणों की आस खत्म होती जा रही है. 


घंघरी गांव लुण्ड्रा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. इस क्षेत्र से लगातार कांग्रेस के जनप्रतिनिधि चुनकर आ रहे हैं. लुण्ड्रा विधानसभा में तीन बार कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. इसके बाद भी ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग अधूरी है. गांव की हालत और ग्रामीणों की समस्या को लेकर जब क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रीतम राम से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा में अम्बिकापुर विकासखंड के रुपपुर, कंचनपुर, घंघरी होते हुए अखोरा मार्ग सात किलोमीटर की लंबाई का है. जिसका प्रशासकीय स्वीकृति का इंतजार कर रहे है. ये कार्य बजट में स्वीकृत है. उन्होंने आगे कहा कि, मेरे विधानसभा में जितने भी बहुप्रतीक्षित बड़े-बड़े विकास के कार्य सड़क, पुल ये सब पूरे हुए है. अब सिर्फ सड़क का काम प्रशासकीय स्वीकृति के कारण रुका हुआ है. जैसे ही प्रशासकीय स्वीकृति मिलेगा हम काम शुरू करवाएंगे.