Surguja News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) जिले में पंचायत के विकास कार्यों के लिए स्वीकृत किए गए लाखों रुपए की राशि का गबन करने का मामला सामने आया है. यह मामला बतौली ब्लॉक के एक गांव का है, जहां सरपंच और सचिव पर 15वें वित्त की राशि से नाली निर्माण, पुलिया निर्माण, पंचायत भवन मरम्मत कार्य सहित अन्य कार्यों के लिए 22 लाख रुपए से अधिक की राशि निकालकर कार्य नहीं किया गया है. 


इस मामले का खुलासा तब हुआ जब सरपंच और सचिव के द्वारा गांव में हुए विभिन्न कार्यों की जानकारी दी जा रही थी, जो ग्राम पंचायत में किया जाना था और उसे पूरा कर दिया गया है. लेकिन जब ग्रामीणों द्वारा इसकी जानकारी मांगी गई तो सरपंच, सचिव के द्वारा किसी प्रकार की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई.


क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह मामला जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से 60 किलोमीटर दूर बतौली ब्लॉक अंतर्गत बसाझाल गांव का है. यहां सरपंच और सचिव पर मिलीभगत कर शासकीय राशि गबन करने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है. सरपंच और सचिव द्वारा बताया जा रहा था कि ग्राम पंचायत में जो कार्य किए जाने थे, वो सब काम पूरा हो गया है, लेकिन जब ग्रामीणों ने काम से संबंधित जानकारी मांगी तो सरपंच और सचिव द्वारा कोई जानकारी ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं कराई गई. इसके बाद गांव के जागरूक युवाओं ने ऑनलाइन के माध्यम से दस्तावेज निकाला तो पता चला कि जिस कार्य के लिए पैसा आहरण किया गया है.वह कार्य कभी हुआ ही नहीं था.


तब बसाझाल के ग्रामीणों के इस मामले की शिकायत सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार से की. जिसके बाद कलेक्टर ने मौके पर टीम भेजकर जांच कराई. जिसमें बतौली तहसीलदार नीतू भगत के द्वारा ग्रामीणों के साथ कार्य स्थल का निरीक्षण किया गया, लेकिन मौके पर किसी तरह का कार्य नहीं होना पाया गया. वहीं जांच दल में शामिल तहसीलदार नीतू भगत से जब शासकीय राशि गबन मामले पर मीडिया ने सवाल किया तो वह कैमरे से बचते हुए अपनी कार में बैठ गई.


ग्रामीण सुशील कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत बसाझाल में सरपंच सचिव द्वारा शासकीय कार्यों के लिए विभिन्न मदो से मनमाने तरीके से राशि आहरण कर लिए हैं. जबकि गांव में कुछ भी काम नहीं हुआ है. लगभग 22 लाख रुपए राशि का गबन हुआ है. जांच के लिए अधिकारी आए हुए थे, जिसमें कार्य शून्य पाया गया. गांव में नाली निर्माण, पुलिया निर्माण, पंचायत भवन मरम्मत सहित कई कार्य थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ है. ये काम सिर्फ फाइलों में हुआ है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. हम दोषियों पर कार्रवाई चाहते है.


यह भी पढ़ें:-


ED Raids: छत्तीसगढ़ कोयला लेवी घोटाले में ईडी की कार्रवाई तेज, सीएम की उप-सचिव, आईएएस अधिकारी समेत अन्य की संपत्ति की कुर्क