Surguja News: सरगुजा जिले के लुण्ड्रा विकासखंड के रघुनाथपुर प्राथमिक चिकित्सालय को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के लिए राष्ट्रीय स्तर गुणवत्ता आश्वासन मानक संस्था द्वारा 84.3 प्रतिशत मानक अंक के साथ राष्ट्रीय क्वालिटी सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है. सरगुजा में नवापारा अम्बिकापुर और लुंड्रा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाद रघुनाथपुर प्राथमिक चिकित्सालय यह पुरस्कार पाने वाला तीसरा स्वास्थ्य केन्द्र बन गया है.
NQAS मानकों पर खरा उतरा रघुनाथपुर स्वास्थ्य केंद्र
महिला चिकित्सक द्वारा संचालित यह अकेला ऐसा स्वास्थ्य केंद्र है जिसे यह पुरस्कार हासिल हुआ है. दूसरे चरण में प्रदेश में सिर्फ तीन स्वास्थ्य केन्द्रों को यह सर्टिफिकेट हासिल हुआ जिसमें रघुनाथपुर स्वास्थ्य केन्द्र शामिल है. ज्ञात हो कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रोग्राम के तहत ओपीडी के अलावा भर्ती मरीजों (आईपीडी) डिलीवरी मेनटेनेंस और राष्ट्रीय चिकित्सा प्रोग्राम सहित 1200 मानकों पर इसका परीक्षण किया जाता है.
बीते दिसंबर माह में लुंड्रा के बाद जनवरी महीने में रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण एनक्यूएएस संस्था द्वारा निरीक्षण किया गया जिसमें रघुनाथपुर स्वास्थ्य केन्द्र को सभी मानकों पर खरा पाया गया.
डॉ. राहिला समरीन ने उठाया स्वास्थ्य केंद्र को नंबर वन बनाने का बीड़ा
पहले रघुनाथनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सुविधाओं और संसाधनों के लिए जूझता था, परंतु इंदौर के मेडिकल कॉलेज से पढ़कर सरगुजा में चिकित्सा सेवा देने पहुंचीं डॉ. राहिला समरीन ने रघुनाथनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बुनियादी सुविधाओं के साथ चिकित्सा के उच्च मानदंडों को क्रियान्वित करने का बीड़ा उठाया.
सालभर में ही रघुनाथनगर चिकित्सालय आस-पास के ग्रामीणों के लिए चिकित्सा सुविधा का बड़ा केन्द्र बन गया. डॉ. राहिला समरीन के पति डॉ. इमरान लुण्ड्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी और खंड चिकित्सा अधिकारी हैं. इसके पूर्व दिसंबर महीने में लुण्ड्रा स्वास्थ्य केन्द्र को भी यह सर्टिफिकेट हासिल हुआ था.
रघुनाथपुर प्राथमिक केंद्र के नाम सरगुजा में सर्वाधिक प्रसव कराने का रिकॉर्ड
रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सरगुजा जिले में सर्वाधिक प्रसव कराने का भी रिकॉर्ड प्राप्त है. यहां हर महीने 30 से 40 डिलीवरी हो रही है. ग्रामीण क्षेत्र में होने के बावजूद अस्पताल में सालाना ओपीडी 12 से 13 हजार है. वहीं सालभर में एक हजार से अधिक मरीजों को दाखिल कर उनका यहां इलाज किया जाता है. हाइवे से लगे होने के कारण प्रतिदिन यहां चार से पांच एक्सिडेंट के केस भी आते हैं.
'सभी के सहयोग से मिली सफलता'
रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की प्रभारी डॉ. राहिला समरीन ने चिकित्सालय की सफलता के लिए ग्रामीणों और सभी सहकर्मियों, बीएमओ और सभी चिकित्सा अधिकारियों को श्रेय देते हुए कहा कि सभी के सहयोग से ही यह सफलता संभव थी. उन्होंने कहा कि हमने अपना बेहतर देने का प्रयास किया था और इसे राष्ट्रीय संस्था द्वारा सत्यापित किया जाना गौरवपूर्ण है. हम आगे भी रघुनाथपुर चिकित्सालय को बेहतर रखने का सतत प्रयास करेंगे.
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