Chhattisgarh Elephant Fear: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) में हाथियों का उत्पात जारी है. हाथी आए दिन घरों और फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. दो दिन पहले मैनपाट इलाके में हाथियों ने एक ग्रामीण की जान ले ली. वर्तमान में स्थिति यह है कि हाथी प्रभावित गांव के लोग शाम होने के बाद अपने घरों को छोड़कर जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत केंद्र (Relief Center) में रात गुजारते हैं. शाम होते ही पटवारी, कोटवार और बीट गार्ड ग्रामीणों को राहत केंद्रों में ले जाने की पहल शुरू कर देते हैं. सभी को राहत केंद्र पहुंचाने के बाद इसकी सूचना नोडल अधिकारी को दी जाती है.
आंगनबाड़ी केंद्रों को राहत केंद्र बनाया गया
सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देश पर मैनपाट वन परिक्षेत्र के हाथी प्रभावित गांव के ग्रामीणों को हाथी के हमले से बचाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को राहत केंद्र बनाया गया है. जहां कच्चे मकान में रहने वाले ग्रामीणों को रात में ठहराया जा रहा है. राजस्व, महिला बाल विकास और वन विभाग की संयुक्त टीम लगातार मॉनिटरिंग कर ग्रामीणों को रात में घर से नहीं निकलने और राहत केंद्रों में ही रहने को कहा जा रहा है.
इसी क्रम में आज अपर कलेक्टर तनुजा सलाम और सीतापुर एसडीएम अनमोल विवेक टोप्पो ने मैनपाट के हाथी प्रभावित गांव का दौरा कर राहत केंद्रों के व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने ग्रामीणों को रात में राहत केंद्रों में ठहरने की समझाइश दी और व्यवस्था में तैनात कर्मचारियों को जरूरी निर्देश दिए. जिला प्रशासन द्वारा हाथी प्रभावित गांव के ग्रामीणों को बार-बार सतर्क करने के साथ अपील कर रही है. उन्होंने प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए ताकि जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
हाथी ने कल एक ग्रामीण का घर को तोड़ा
बीते दिनों मैनपाट के बवापहाड़ निवासी एक ग्रामीण प्रशासन के निर्देशों की अनदेखी करते हुए रात में अन्य गांव से जंगल के रास्ते अपने गांव आ रहा था. इस दौरान जंगली हाथियों से सामना होने पर उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी. वन परिक्षेत्राधिकारी फेंकू प्रसाद चौबे ने बताया कि हाथी ने कल एक ग्रामीण का घर को तोड़ा है. अभी फिलहाल मैनपाट इलाके में एक ही हाथी विचरण कर रहा है. जो 15 हाथियों का दल था वह वर्तमान में इलाके से दूर निकल गए हैं.