Chhattisgarh News: पेट्रोल-डीजल के दामों में एक बार फिर तेजी आई है. जिसको लेकर पेट्रोल पंप संचालक काफी हद तक खुश नजर आ रहे हैं. इस मूल्य वृद्धि को लेकर गरीब, मध्यम वर्ग के लोग और छोटे व्यवसायी खासा परेशान नजर आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में पेट्रोल में 83 पैसा और डीजल में 84 पैसे की तेजी आई है. जिसके बाद से अलग-अलग वर्ग और व्यापार के लोगों ने एबीपी न्यूज़़ से अपनी परेशानियां और अनुभव साझा किया है.


जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई होगी


सरगुजा के सीतापुर इलाके के पेट्रोल पंप संचालक टीटू अग्रवाल के मुताबिक पुराने रेट के हिसाब से पेट्रोल 102.17 रुपये और डीजल 93.39 रुपये की दर से बिक रहा था. लेकिन अब पेट्रोल में 83 पैसा और डीजल में 84 पैसे की वृद्धि होने के बाद पेट्रोल 103 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.23 रुपये प्रति लीटर की कीमत से बिकने लगा है. पेट्रोल पंप संचालक ने एबीपी न्यूज़़ से कहा कि मूल्य वृद्धि से पेट्रोल पंप संचालकों को पहले अचानक रेट कम होने से जो नुकसान हुआ था उसकी धीरे-धीरे भरपाई होगी. लेकिन ग्राहकों को तो निश्चित तौर पर नुकसान हुआ है.


अग्रवाल ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक कुछ दिनों में धीरे-धीरे पेट्रोल-डीजल 10 रुपये तेज हो सकता है. जिससे पेट्रोल 110 रुपये प्रति लीटर और डीजल 103 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच सकता है.


Chhattisgarh News: डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतों में इजाफे पर लोगों ने जताई निराशा, जानिए- बस्तर में कितने हैं दाम


मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर डीजल-पेट्रोल पर आधारित


क्रेसर व्यवसायी और कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री द्वितेन्द्र मिश्रा से जब बढ़े हुए दामों के व्यवसाय में असर की बात की गई तो उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से व्यापारी के साथ आम जनता की कमर टूट रही है. व्यापारिक लिहाज से हर चीज में डीजल-पेट्रोल का उपयोग होता है, चाहे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर हो या फिर सर्विस सेक्टर. दोनों डीजल-पेट्रोल पर आधारित है. मूल्य वृद्धि से मेडिसीन से संबधित, ट्रांसपोर्टिंग से संबधित, रिफाईनरी से संबधित और रोजमार्रा की चीजों में इसका सीधा असर पड़ता है. इसके अलाबा द्वितेन्द्र मिश्रा ने कहा कि ऐसे मूल्य वृद्धि से आम लोगों और व्यापारी वर्ग पर निसंदेह भार बढ़ेगा.


बढ़ जाएगी महंगाई


ट्रांसपोर्टेशन का रेट बढ़ते ही 4-6 दिनों के दिन मूल्य वृद्धि शुरु हो जाएगी. कुछ स्टॉक व्यापारियों के पास है लेकिन ये लोकल लेबल की बात है. राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर बड़े-बड़े स्टॉकिस्ट का मार्केट ट्रेड रोज के बाजार पर आधारित है. ऐसे में पेट्रोलियम पदार्थों की तेजी से प्रोडक्शन कास्ट पर असर पड़ेगा. जिसका असर जल्द बाजार में दिखने लगता है.  


छत्तीसगढ़ के युवा नेता और ट्रांसपोर्टर दानिश रफीक ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार लगातार गरीब और मध्यम वर्ग के साथ छलावा कर रही है. केवल विधानसभा चुनाव के लिए उसने रेट कम किए थे. चुनाव होते ही लगाचार पेट्रोलियम पदार्थों के रेट में इजाफा किया जा रहा है. केंद्र सरकार जन विरोधी नीति को लेकर काम कर रही है. उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार गरीब के शरीर में खून का एक भी कतरा नहीं छोड़ेगी.


चालक का छलका दर्द


अपने पिकअप और छोटे मालवाहक वाहनों से शहर के भीतर ट्रांसपोर्टिंग करने वाले वाहन चालक और स्वामी गोविंद मनवानी ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से हम भी लोकल किराया बढ़ाएंगे. अब तक जिस लोकल ट्रांसपोर्टिंग के लिए हम लोग 200 रुपये प्रति ट्रिप लिया करते थे उसकी जगह हम अपना किराया 300 रुपये प्रति ट्रिप कर देंगें. इधर जब इसके फर्क के बारे मे पूंछा गया तो उन्होने बताया कि हम जो सामान लोकल मार्केट में अपने वाहनों से पहुंचाते हैं. इसके बढ़ने के बाद वो व्यापारी भी अपने सामान का रेट बढ़ाएंगे.


ये भी पढ़ें-


Chhattisgarh News: जशपुर में सीएम भूपेश बघेल के आदेश की उड़ रही हैं धज्जियां, अवैध रेत उत्खनन को नहीं रोक पा रहा प्रशासन