Surguja News: छत्तीसगढ़ में सरगुजा जिले के लखनपुर थाना इलाके में संचालित अमेरा खुली खदान में चोरी की घटनाएं आम हो चली है. यहां आसपास के ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर कोयला चोरी करते हैं. खबरें ये भी है कि कुछ कोयला तस्कर भोले भाले ग्रामीणों को मजदूरी देने का लालच देकर कोयला चोरी करने के लिए खदान में भेजते हैं. ऐसे में ग्रामीणों पर हर वक्त जान का खतरा बना रहता है.
सरगुजा जिले के नवपदस्थ एसपी विजय अग्रवाल ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. अमेरा खुली खदान से चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने लगाने के लिए शुक्रवार (16 फरवरी) की सुबह में एडिशनल एसपी पुपलेश कुमार के नेतृत्व में लगभग 200 पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों की टीम ने समूचे खदान क्षेत्र में अचानक दबिश दी. इस दौरान कोयला चोरी के उद्देश्य से इकट्ठा हुए 20 ग्रामीणों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस की रेड से मची अफरा-तफरी
खदान में बलपूर्वक कोयला चोरी पर रोक लगाने के लिए पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों को लगाया गया था. बता दें कि, सरगुजा एसपी विजय अग्रवाल ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि पुलिस ने तगड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है. इस योजना के अनुपालन में शुक्रवार(16 फरवरी) सुबह में एक साथ छापेमारी की गई. पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों की छापेमारी से खदान क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. चारों ओर पुलिसकर्मियों की तैनाती के कारण पुरुषों को तत्काल पकड़ लिया गया.
पुलिस-तस्करों में सांठगांठ के आरोप
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों के दौरान अमेरा खुली खदान में चोरी की घटनाएं बहुत ज्यादा बढ़ गई थी. पुलिस पर कोयला तस्करों के साथ सांठगांठ के आरोप लगते रहे हैं, क्योंकि बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष असुरक्षित तरीके से खदान क्षेत्र में घुसकर कोयला चोरी कर रहे थे. एडिशनल एसपी पुपलेश कुमार के नेतृत्व मे दो डीएसपी, दो एसआई, निरीक्षक, चार एएसआई, प्रधान आरक्षक और आरक्षकों की कुल 200 सदस्यीय पुलिस टीम द्वारा कार्रवाई की गई.
आरोपियों पर की गई बाउंडओवर की कार्रवाई
एडिशनल एसपी पुपलेश कुमार के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में खदान से कुल 20 व्यक्तियों कों संज्ञेय अपराध घटित होने की आशंका में पकड़कर थाने लाया गया. आरोपियों को मामले मे कड़ी समझाइश दी गई है. इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ अग्रिम वैधानिक कार्रवाई करते हुए धारा 151 के तहत इस्तगासा कार्यपालक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया है. मामले में आरोपितों के विरुद्ध बाउंडओवर की कार्रवाई भी की जा रही हैं.
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