Surguja Latest News: छत्तीसगढ़ सरकार को आज भी  दूरस्थ अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सहित मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने की जरूरत है. कई ग्रामीण इलाकों में कांवर में उठाकर गर्भवती महिलाओं सहित गंभीर मरीजों को इलाज के लिए अस्पतालों तक पहुंचाया जाता है. ऐसा ही एक मामला एक बार फिर सरगुजा जिले के मैनपाट ब्लॉक से सामने आया है.


ग्राम पंचायत बिसरपानी के आश्रित कदमटिकरा गांव में एक गर्भवती महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ने के बाद परिजन कांवर के माध्यम से झेलेगी में बैठा कर अस्पताल ले जाने की जद्दोजहद करते हुए नजर आए. वहीं कुछ दूर खड़ी 102 महतारी एक्सप्रेस में बैठाकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (उप स्वास्थ्य केंद्र) लाया गया. जहां गर्भवती महिला ने नॉर्मल डिलीवरी से स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. वहीं इससे पहले गर्भवती महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाने की जो तस्वीर सामने आई है. यह स्वास्थ्य विभाग के लिए बेहद चिंताजनक है. 




प्रदेश के खाद्यमंत्री अमरजीत भगत, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का सरगुजा गृह जिला है. ऐसे में यहां की स्वास्थ्य सुविधा और बेहतर होना चाहिए, लेकिन ऐसा होता हुआ दिखाई नही दे रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के समय में गांव के कच्चे रास्तों में आना जाना ही बंद हो जाता है. जिसकी वजह से जंगल के रास्तों से होकर ग्रामीणों को अस्पताल जाना पड़ता है. वहीं पानी की समस्या तो कई सालों से जस के तस बनी हुई. ग्रामीणों को 1 किलोमीटर दूर पीने का पानी लेने जाना पड़ता है.


इधर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की अधिकारी प्रियंकी तिग्गा ने बताया कि आज भी इस क्षेत्र में 3 से 4 गांव है. जहां से परिजन गर्भवती महिलाओं सहित गंभीर मरीजों को सड़क नहीं होने की वजह से किसी जुगाड के माध्यम से बैठाकर शासकीय वाहन तक लाते हैं, फिर अस्पताल तक पहुंचते हैं. बता दें कि, राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन दूरस्थ अंचलों सड़क, पुल, पुलिया के अभाव में लोगों सही समय का लाभ नहीं मिल पाता है. इसकी कई तस्वीरें सरगुजा से सामने आ चुकी है.


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