Chhattisgarh News: महतारी एक्सप्रेस कर्मियों की हड़ताल से गर्भवती महिलाएं परेशान, ऑटो से घर लौटने को हैं मजबूर
Mahtari Express Ambulance: सरगुजा में महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस की सेवाएं ठप हो गई हैं. इसके कारण अस्पताल से छुट्टी दिए जाने पर प्रसुताओं को वापस घर जाने के लिए दोबारा एंबुलेंस नहीं मिल रही है.
Surguja News: ठेका कंपनी की शासन से अनुबंध की अवधि समाप्त होने के बाद नया अनुबंध होने पर पुराने कर्मचारियों को न निकाले जाने की मांग को लेकर महतारी एक्सप्रेस 102 वाहन के कर्मचारियों के द्वारा अनश्चितिकालीन हड़ताल किए जाने से सरगुजा (Surguja) जिले में इस एंबुलेंस की सेवाएं ठप हो गई हैं. हालांकि, संकट की इस घड़ी में ग्रामीण इलाकों से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने में डायल 112, 108 की टीम बड़ी सहारा बन गई है. वहीं अस्पताल से प्रसव के बाद छुट्टी दिए जाने पर प्रसुताओं को वापस घर जाने पुनः एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पा रही है. गरीब परिवार मरीजों को परिचितों से रुपये उधार लेकर ऑटो से घर ले जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
बताया जा रहा है कि ग्राम जरहाडीह निवासी एक महिला का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव हुआ था. जच्चा-बच्चा के स्वस्थ रहने पर डॉक्टरों के द्वारा उन्हें आज छुट्टी दे दी गई. हड़ताल की वजह से महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण परिजन मरीज को ऑटों में बैठा 30 किमी लेकर गए. बताया जा रहा है कि यह कोई पहली घटना नहीं है. जब से महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों के द्वारा हड़ताल शुरू की गई है, तब से इस तरह की समस्या हर रोज सामने आ रही है. कई बार जिले के अंतिम छोर तक जच्चा-बच्चा इस तरह की असुविधाजनक वाहनों से लंबी दूरी तय करने के लिए मजबूर हो रहे हैं. इसके कारण घर पहुंचने तक उबड़-खाबड़ मार्ग की वजह से मां के साथ नवजात की भी हालत खराब हो रही है.
वैकल्पिक व्यवस्था बनाने प्रयास
वहीं हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि इसके पूर्व भी नए ठेका कंपनी के द्वारा पुराने कर्मचारियों को काम से निकाला गया था. इस बार ऐसी नौबत न आए, इसे इसे लेकर हड़ताल की जा रही है. इस संबंध में मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएन गुप्ता ने बताया कि डायल 102 कर्मियों के हड़ताल को देखते हुए जिले के सभी बीएमओ को निर्देश देकर कहा गया है कि इमरजेंसी में किराये पर वाहन लेकर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने प्रबंध करें. इस वाहन की राशि का भुगतान स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके अलावा संजीवनी एक्सप्रेस 108 की सेवाएं लेने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि छुट्टी के समय यदि जच्चा-बच्चा को घर लौटने में दिक्कत हो रही तो इसके लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी.