Chhattisgarh Latest News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में शिक्षा विभाग, शिक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं है, इसका उदाहरण लखनपुर ब्लॉक में देखने को मिला है, यहां स्कूली बच्चे मूलभूत सुविधाओं के अभाव में ही पढ़ाई करने पर मजबूर हैं गौर करने वाली बात है कि 'राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र' कहे जाने वाले पंडो जनजाति के बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं और उसी जमीन पर क, ख, ग, घ सिख रहे हैं, ऐसे में लाजिमी है कि शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े होंगे. वहीं इस मामले को लेकर विभाग के उच्च अधिकारी जांच के बाद व्यवस्था सुधारने की बात कह रहे हैं.


स्कूल में पिछले डेढ़ वर्षों से ब्लैक बोर्ड नहीं 


दरअसल, लखनपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम चिलबिल पण्डोपारा में प्राइमरी स्कूल का संचालन किया जा रहा है, जहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. इस स्कूल में बच्चों के लिए बैठने के लिए जगह भी मौजूद नहीं है, ऐसे में स्कूल में शिक्षक बच्चों की पढ़ाई बरामदे की जमीन पर बैठाकर कर रहे हैं, जहां एक साथ तीन-चार कक्षाएं संचालित हो रही है.




इसके अलावा स्कूलों में जगह की कमी के साथ-साथ बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है, स्कूल में शौचालय के साथ-साथ पेयजल की भी सुविधा नहीं है, हैरानी तो तब हो गई जब वहां की शिक्षिका ने बताया कि पिछले डेढ़ वर्षों से स्कूल में ब्लैक बोर्ड नहीं है, इसलिए वह जमीन पर लिख कर बच्चों को पढ़ा रहे है.




सरगुजा संभाग संयुक्त संचालक ने मामले में क्या कहा 


शिक्षिका रूपा मिंज ने बताया कि ब्लैक बोर्ड नहीं है इसलिए पढ़ाने में दिक्कत होती है, छोटी स्लेट या शब्द कार्ड से पढ़ाते हैं. इस संबंध में प्रधान पाठक को बताया गया है.




स्कूल डेढ़ साल से चल रहा है, तब से ब्लैक बोर्ड नहीं है, कभी कभी जमीन पर चॉक द्वारा भी पढ़ाया जाता है, इस संबंध में सरगुजा संभाग संयुक्त संचालक (शिक्षा) हेमंत उपाध्याय का कहना है कि इस संबंध में हमने ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर से चर्चा कर रिपोर्ट मांगी है, हमारी प्राथमिकता होगी कि उन कमियों को दूर किया जाए जो अति आवश्यक हैं, साथ ही जिम्मेदारों पर जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. 


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