Surguja: सरगुजा में सैकड़ों ग्रामीणों के कलेक्ट्रेट पहुंचने से हड़कंप, फैक्ट्री के विरोध में सौंपा ज्ञापन
Surguja News: सरगुजा में सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर धावा बोल दिया. ग्रामीण मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना रिफाइनरी फैक्ट्री के विरोध में कलेक्टोरेट ज्ञापन सौंपने आए थे.
Surguja News: सरगुजा में सैकड़ों ग्रामीणों के कलेक्ट्रेट पहुंचने से हड़कंप मच गया. ग्रामीण मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना रिफाइनरी फैक्ट्री के विरोध में कलेक्ट्रेट ज्ञापन सौंपने आए थे. ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में फैक्ट्री खुलने से पर्यावरण को नुकसान होगा और वातावरण भी दूषित हो जाएगा. चिरगा में लगने वाले मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना रिफाइनरी फैक्ट्री का विरोध पिछले 3 वर्षों से लगातार हो रहा है. फैक्ट्री के सिलसिले में ग्रामीणों को अब तक आश्वासन नहीं मिला है. बतौली क्षेत्र के ग्राम चिरगा में मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना रिफाइनरी फैक्ट्री खोलने का प्रस्ताव है. विरोध के बावजूद ग्रामीण आश्वासन नहीं मिलने से असमंजस में हैं कि फैक्ट्री खुलेगी या नहीं.
ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर बोला धावा
कलेक्ट्रोरेट पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि कलेक्टर ने पिछली बार प्रभावित इलाके के ग्रामीणों से आवेदन मांगा था. फैक्ट्री से प्रभावित होने वाले क्षेत्र के ग्रामीणों ने लिखित में विरोध करते हुए आज आवेदन दिया है. चिरगा निवासी ग्रामीण लक्ष्मी पैकरा ने बताया कि मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना रिफाइनरी फैक्ट्री के विरोध में सरगुजा कलेक्ट्रेट आए हैं. उन्होंने चिरगा में फैक्ट्री नहीं लगने की मांग की. उन्होंने कहा कि फैक्ट्री खुलने से आसपास के गांवों में प्रदूषण से रहना दूभर हो जाएगा. रोजमर्रा में उपयोगी जंगल, झाड़ भी समाप्त हो जाएंगे. पिछले तीन साल से फैक्ट्री का विरोध किया जा रहा है.
गांव में फैक्ट्री लगाए जाने का विरोध
प्रशासन मांग पर स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहा है. उन्होंने आगे बताया कि कलेक्टर ने सभी पंचायतों से प्रस्ताव बनाकर मांगा है. ग्रामीण सियाराम बैक ने बताया कि चिरगा में प्रस्तावित मां कुदरगढ़ी एल्यूमिना रिफाइनरी फैक्ट्री नहीं चाहिए. फैक्ट्री के विरोध में ग्रामीण कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने आए हैं. ग्रामीण फैक्ट्री का विरोध पिछले तीन साल से कर रहें हैं. पिछले महीने 13 तारीख को कलेक्टर गांव में आए थे. उन्होंने ग्रामीणों की राय जाना. उन्हें बताया गया कि गांव में फैक्ट्री नहीं लगना चाहिए. राय जानने के बाद उन्होंने कहा था कि प्रभावित पंचायत से आवेदन लेकर आएं. कलेक्टर के बताए अनुसार आज 8 से 9 पंचायत का आवेदन लेकर कलेक्ट्रेट आए हैं. ग्रामीणों की एक ही मांग है कि फैक्ट्री गांव में नहीं लगे.