Chhattisgarh: सरगुजा में महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस के चालक हड़ताल पर, गर्भवती महिलाओं को परेशानी
Surguja: सरगुजा में महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस के ड्राइवर अपनी मांगों को लेकर 26 सितम्बर तक हड़ताल पर चले गए हैं. उनके हड़ताल में चले जाने से महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस के पहिये पूरी तरह थम गए हैं.
Surguja News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की महतारी एक्सप्रेस (Mahtari Express ) मतलब महिलाओं को डिलीवरी के लिए स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचाने वाली शासकीय वाहन के ड्राइवर एक सप्ताह के लिए हड़ताल पर चले गए हैं. पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल से अस्पताल में आ रहे मरीजों को भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था, तो अब गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ेगी.
सरगुजा (Surguja) जिले में डायल 102 महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस के चालक अपनी मांगों को लेकर 26 सितम्बर तक हड़ताल पर चले गए हैं. उनके हड़ताल में चले जाने से महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस के पहिये पूरी तरह थम गए हैं. जिससे गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक, और अस्पताल में डिलीवरी के बाद घर तक पहुंचने में परेशानी हो रही है.
एंबुलेंस ड्राइवरों का कहना है कि डायल 102 एंबुलेंस का टेंडर किसी और कंपनी को मिल गया है. जिसकी वजह से एंबुलेंस के वर्तमान ड्राइवरों को काम से निकाला जा रहा है. जिसके बाद उनकी जगह पर नए ड्राइवरों की भर्ती की जा रही है. यही कारण से डायल 102 एंबुलेंस के ड्राइवर 26 सितम्बर तक हड़ताल पर चले गए हैं. ड्राइवरों की मांग है कि जितने भी एंबुलेंस के पुराने ड्राइवर हैं उनको यथावत रखा जाए, ऐसा नहीं करने पर वो उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं. वहीं आरोप है कि निजी कंपनी पुराने एम्बुलेंस ड्राइवरों को काम में रखने के लिए उनसे रुपये की मांग कर रही है. इधर एंबुलेंस ड्राइवरों के हड़ताल पर चले जाने से गर्भवती महिलाओं की परेशानी बढ़ती जा रही है. एंबुलेंस नहीं मिलने पर गर्भवती महिलाएं मोटी कीमत देखकर निजी साधन से अस्पताल तक पहुंच रही है.
मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी ने क्या कहा
वहीं डिलीवरी के बाद घर जाने के लिए घंटो परिजनों को वाहन ढूंढना पड़ रहा है. इस मामले पर मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी ने जल्द व्यवस्था सुधारने की बात कही है. वहीं रजौली पोंडी निवासी गर्भवती महिला प्रेमा ने बताया कि डिलीवरी करवाने के लिए प्राइवेट वाहन से जाना पड़ रहा है. पहले शासकीय वाहन उपलब्ध हो जा रहा था, लेकिन अभी नहीं हो पा रहा है. अब स्वास्थ्य संबंधी, डिलीवरी जैसे मामलों पर वाहन को लेकर लापरवाही तो नहीं बरत सकते. इससे हमारा ही नुकसान है. वहीं मरीज के परिजन रामजीत यादव ने बताया कि तीन चार घंटे से एंबुलेंस ढूंढ रहे थे. फोन करने पर पता चला कि वे हड़ताल पर हैं, उनके द्वारा कहा गया कि नहीं जा सकेंगे, अपनी सुविधा देख लो. एंबुलेंस नहीं मिलने से बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है.
महतारी एक्सप्रेस के ड्राइवर हड़ताल पर
वहीं एंबुलेंस संघ सरगुजा के जिला अध्यक्ष शनी कुमार ने कहा कि डायल 102, 108 के पायलटों को निकाला जा रहा है, और नई भर्ती की जा रही है. इसके लिए 30-30 हजार रुपये की मांग की जा रही है. हम बेरोजगार लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है. हमारी मांग है कि सबको यथावत ड्यूटी दें. हमें कहने में ये अच्छा नहीं लग रहा है कि प्रसूता लोगों को परेशानी हो रही है, बच्चों को परेशानी हो रही है, लेकिन मजबूरी है कि हमें हड़ताल पर जाना पड़ रहा है. सरगुजा जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएन गुप्ता ने कहा कि लेटर मिला है कि 20 सितंबर से महतारी एक्सप्रेस (102) के ड्राइवर हड़ताल पर गए हैं.
उन्होंने कहा कि हमनें प्रशासनिक व्यवस्था के तहत डायल 108 के एमडी से बात की है और उन्होंने कहा है कि सहयोग करेंगे. इसके अलावा सभी बीएमओ को एक्स्ट्रा गाड़ी करने के लिए निर्देशित कर दिया है कि वो एक गाड़ी रख लें और कोई भी गर्भवती महिलाएं हैं .उनको आने जाने में कोई समस्याएं ना हो. चालक अचानक हड़ताल पर गए हैं ऐसा है, तो ये गलत है. कल से व्यवस्था में सुधार आएगा.