Surguja News: सरगुजा जिले के मैनपाट वनपरिक्षेत्र और रायगढ़ सरहद से लगे जंगल में लम्बे समय से विचरण कर रहे हाथियों ने ग्राम बरिमा में फिर धावा बोला. एक ग्रामीण के घर को बुरी तरह से तहस-नहस कर दिया. घर क्षतिग्रस्त होने से प्रभावित परिवार की बारिश के मौसम में परेशानी बढ़ गई है. बताया जा रहा है कि हाथियों का दल दिन के समय ग्राम बरिमा से लगे जंगल में विचरण कर रहा था और रात होते ही गांव के मजूरतराई बस्ती की ओर रुख किया. 


रात के समय बस्ती की ओर हाथियों के आने से वन विभाग की टीम पहले से ही सतर्क थी और ग्रामीणों को मुनादी करा सतर्क भी कर दिया गया था. हाथियों के आने से पहले वन विभाग की इस सक्रियता से ग्रामीण बाल-बच्चों के साथ बस्ती छोड़ सुरक्षित स्थान की ओर चले गए और हाथियों ने बस्ती में पहुंच रामेश्वर पिता उदयनाथ के कच्चे घर को ढहा दिया.


Narayanpur: कांग्रेस MLA पर भड़का सर्वआदिवासी समाज, मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी


सुबह नजारा देख रह गए दंग


हाथियों का दल मजूरतराई बस्ती में रातभर उत्पात मचाने के बाद सुबह जंगल की ओर चला गया. इसके बाद ग्रामीण पुनः वापस लौटे और बस्ती का नजारा देख दंग रह गए. घर क्षतिग्रस्त होने से प्रभावित ग्रामीण रामेश्वर ने बताया कि हाथियों ने घर तोड़ने के बाद घर पर रखा अनाज को चट कर गए. दीवार ढहने से मलबे में दब कई घरेलू समान भी खराब हो गए.


रात में बस्तियों में घुसकर मचाते है उत्पात


गौरतलब है कि मैनपाट सरगुजा जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल है. यह चारों तरफ से पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है. मैनपाट के नजदीक ही रायगढ़ जिले की सीमा है. जहां से हाथियों की मैनपाट में आमद-रफ्त बनी रहती है. इससे मैनपाट के तराई इलाकों की बस्तियों में रहने वालों को हाथियों से हमेशा खतरा बना रहता है. हाथी आए दिन रात में बस्तियों में घुसकर उत्पात मचाकर सुबह तक जंगल की ओर रुख कर जाते हैं. वहीं इन दिनों मैनपाट और रायगढ़ जिले की सरहद पर 14 सदस्यीय जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है. वन विभाग इन हाथियों की निगरानी कर रहा है. इससे जनहानि के मामले काम हुए हैं लेकिन इन हाथियों द्वारा ग्रामीणों की घर, फसल और अन्य संपत्तियों को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है.


प्लांटेंशन को भी पहुंचा रहे क्षति


हाथियों के दल के द्वारा प्लांटेंशन को भी क्षति पहुंचा रहे है. इससे वन विभाग को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मैनपाट वन परिक्षेत्र के रेंजर फेंकु प्रसाद चौबे ने बताया कि हाथियों की निगरानी की जा रही है और ग्रामीणों को सर्तक भी किया जा रहा है.