Raipur News: किसी बच्चे के लिए माता-पिता, मौसा-मौसी का संबंध बहुत मायने रखता है. बच्चों की देखभाल में इन रिश्तों की अहमियत काफी ज्यादा होती है, लेकिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक परिवार ने इन रिश्तों को तार-तार कर दिया. बच्चे के मौसा-मौसी उसे घर में कैद कर घूमने चले गए और फिर पुलिस ने चार दिन बाद ताला तोड़कर बच्चे को बचाया.
क्या है मामला
मामला रायपुर के राजेंद्र नगर का है जहां के सोलस हाइट्स अपार्टमेंट में 17 साल के नाबालिग बच्चे को उसके मौसा-मौसी घर में कैद कर घूमने चले गए. 3-4 दिन बाद जब बच्चा भूख-प्यास से तड़पने लगा तो उसने घर की खिड़की से पड़ोसियों को आवाज लगाई. इसके बाद आस-पास के लोगों ने बच्चे के खाने-पीने की व्यवस्था खिड़की से ही कर दी. इसके बाद पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी गई तब जाकर राजेंद्र नगर पुलिस ने घर का ताला तोड़कर बच्चे को छुड़वाया.
मौसा-मौसी के खिलाफ पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
नाबालिग प्रवीण आचार्य ने पुलिस को बताया कि उसके मौसा-मौसी उसके साथ मारपीट करते थे, घर का काम करवाते थे. पुलिस ने प्रवीण के मौसा-मौसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए, प्रवीण को बाल संप्रेक्षण घर भेज दिया है. फिलहाल दोनों आरोपी फरार है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
माता-पिता के तलाक के बाद प्रवीण को घर ले आई थी मौसी
राजेंद्र नगर थाने से मिली जानकारी के अनुसार प्रवीण आचार्य पिछले 2 साल से अपनी मौसी रूबी मसीह और उनके पति अभिजीत वर्मा के साथ रह रहा था. प्रवीण के माता-पिता का तलाक हो गया था, जिसके बाद दोनों बच्चे को दादी के पास चरौदा में छोड़कर चले गए. इसके बाद बच्चे की मौसी प्रवीण को रायपुर लेकर आई. मौसा-मौसी बच्चे से घर काम करवाते थे और उसके घर से बाहर निकलने पर भी रोक लगा दी थी.
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