(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh: दो साल पहले लगे आरोप को भुला नहीं पाए हैं डिप्टी सीएम, कहा- 'मुझे जो कहना है कह लो, लेकिन...'
Chhattisgarh Politics: सरगुजा में कांग्रेस दो गुटों में बंटी है. जिसमें एक गुट टीएस सिंहदेव वाली कांग्रेस का है और दूसरा गुट ऊपर के इशारे से चलने वाली कांग्रेस का है.
Ambikapur News: छत्तीसगढ़ की राजनीति में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के एक बयान से भूचाल आ गया है. अक्सर शांत और अपने चिर-परिचित अंदाज से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले सिंहदेव के मौजूदा रूप ने उनसे बैर रखने वाले लोगों का डरा दिया है. दरअसल, सिंहदेव एक राजनीतिक कार्यक्रम के सिलसिले में बलरामपुर जिले के राजपुर में थे. और वहां उन्होंने अपने एक राजनीतिक भाषण में महीनो से दबे दर्द को सार्वजनिक कर दिया. जैसे ही उनके मन के भाव सार्वजनिक हुए लोग तत्काल समझ गए कि ये गुस्सा भरे संकेत किसके लिए हैं.
पार्टी के भीतर के विरोधियों की हालत पस्त
सरगुजा में कांग्रेस दो गुटों में बंटी है. पिछले पाँच साल की परिस्थितियों से आम लोग भी इस बात को समझ गए है. जिसमें एक गुट टीएस सिंहदेव वाली कांग्रेस का है और दूसरा गुट ऊपर के इशारे से चलने वाली कांग्रेस का है. ऐसे में कांग्रेस सरकार के साढ़े चार साल तक ऊपर वाली कांग्रेस का दबदबा रहा और पैलेस गुट वाली कांग्रेस दबी रही. लेकिन सूबे के डिप्टी सीएम बनते ही कांग्रेस के भीतर ही उनके कट्टर और व्यक्ति प्रतिद्वंदी की दिन का चैन और रात की नींद हराम हो गई है. वो सभी अपने नए ठिकाने तलाशने लगे है. ऐसे में टीएस सिंहदेव के एक सार्वजनिक बयान ने ये साफ़ कर दिया है कि डिप्टी सीएम पारिवारिक आरोप करने वाले से कोई समझौता करने के मूड में नहीं हैं.
ऐसे में समझौता नहीं करेंगे सिंहदेव
डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने अपनी पार्टी के एक सार्वजनिक मंच से बिना किसी का नाम लिए कहा, 'मेरे को जितना गरियाना है गरिया लो, चल जाएगा. लेकिन महाराज, महारानी साहब (मम्मी-पापा) को सार्वजनिक मंच पर कोई कुछ बोलेगा तो मेरे से समझौता नहीं हो सकता. घर में उनको भला बुरा बोलना है, स्वतंत्र हैं. लेकिन मंच पर बैठकर इन दोनों के लिए कुछ बोलेंगे तो मेरे से समझौता नहीं होगा. आज तक व्यक्तिगत मेरे खिलाफ कई लोगों ने बहुत कुछ किया. मैंने कभी उनको राजनीति के क्षेत्र में बीच में आने नहीं दिया. लेकिन आज एक ऐसी घटना घटी है छत्तीसगढ़ में, जिसमें एक सीमा पार करके किसी ने मेरे ऊपर आरोप लगाया, जान के खतरे का आरोप लगाया. वहां पर समझौता नहीं हो सकता. आगे क्या होगा ये पब्लिक जानें, पार्टी जानें. लेकिन मेरे तरफ से वहां समझौता नहीं हो सकता.'
इनके लिए है इशारा
25 जुलाई 2021 को अपने विधानसभा क्षेत्र रामानुजगंज से आते समय कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के क़ाफ़िले में किसी ने हमला कर दिया था. जिससे बृहस्पति सिंह के वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके बाद बृहस्पति सिंह ने हमले का आरोप उस दौर के स्वास्थ्य मंत्री और अभी के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के रिश्तेदार पर लगाया था. इतना ही नहीं इस आरोप के बाद बृहस्पति सिंह ने कहा कि टीएस सिंहदेव महाराजा हैं मेरी हत्या भी करा सकते है. मामला इतने तक ही शांत नहीं हुआ, बृहस्पति सिंह ने उस समय कहा था कि माने भूपेश बघेल की तारीफ कर दी. और 25 साल मुख्यमंत्री रहने की बात कह दी. ये बात सिंहदेव और उनके परिवार के लोग को पसंद नहीं आई. इसलिए उन्होंने मेरे ऊपर हमले का आदेश दे दिया. अपने बड़बोले अंदाज के लिए चर्चित बृहस्पति ने टीएस सिंहदेव और उनके परिवार के लोगों के बारे में सार्वजनिक मंच और यहाँ तक की विधानसभा के भीतर भी खुलकर बोला. ऐसे में अब डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने उनके इन आरोपों पर पलटवार कर ये साफ कर दिया है कि आरोप लगाने वाले से वो किसी तरह के कोई समझौता के मूड में नहीं है.