छत्तीसगढ़: दुर्ग पुलिस ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय चोर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो कि भारत में बांग्लादेश से आकर बड़ी चोरी के वारदात को अंजाम देते थे. भारत के अलावा यूरोप और लीबिया में भी ये आरोपी घुसपैठ के कोशिश मामले में जेल जा चुके है. आरोपियों ने भारत में आकर फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया था. पुलिस ने इन आरोपियों से बांग्लादेश का पासपोर्ट भी जब्त किया है.


भारत के कई राज्यों में कर चुके हैं चोरी


दुर्ग पुलिस की कस्टडी में खड़े ये शातिर आरोपी छत्तीसगढ़ के दुर्ग-बिलासपुर के अलावा तकनीकी विष्लेषण के अनुसार खड़गपुर, भुवनेश्वर, सम्बलपुर, गोदिंया, मुबंई में भी बड़ी चोरियों को अंजाम दे चुके है. बड़ी चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद ये आरोपी बांग्लादेश भाग जाते थे. इस मामले में शामिल कुछ आरोपी बांग्लादेश भागने में सफल भी रहे हैं, जिनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है. इतना ही नहीं इन शातिर चोरों का तार हवाला के कारोबार से भी जुड़ा हुआ है.


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जानिए क्या है पूरा मामला?


दरअसल 7 अप्रेल को प्रार्थी सौरभ जैन ने चौकी स्मृतिनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई की दिनांक 6 अप्रेल को दोपहर 2 बजे कादंबरी नगर घर में ताला बंद करके अपनी पत्नि को ससुराल छोड़ने गये हुए थे. रात 11 बजे घर वापस आकर देखा तो कोई अज्ञात व्यक्ति बेडरूम का ग्रील खोलकर, लॉक तोड़कर आलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवरात एवं नकदी रकम को चुरा लिया. इस रिपोर्ट पर पुलिस धारा 457,380 के तहत मामला दर्ज कर जांच में जुट गई थी.


दुर्ग पुलिस की विशेष टीम पश्चिम बंगाल रवाना हुई


इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने पुलिस की विशेष टीम बनाकर जांच करने के आदेश दिए थे. टीम द्वारा संदेहियों पर निगाह रखी जा रही थी. आदतन अपराधियों व जेल से रिहा हुए अपराधियों से पूछताछ कर पतासाजी के प्रयास किए जा रहे थे. विशेष सूत्र भी लगाये गये थे. आसपास के सड़को में लगे सीसीटीवी कैमरों की सूक्ष्मता से जाँच कर तकनीकी साक्ष्य जुटाये गये. तकनीकी आधार पर चोरी करने वाला गिरोह बांग्लादेश का होना पाया गया. जिनका वर्तमान लोकेशन पश्चिम बंगाल के नरेन्द्रपुर थाना क्षेत्र पाया गया. जिसके बाद दुर्ग पुलिस की एक विशेष टीम को पश्चिम बंगाल रवाना किया गया.


पश्चिम बंगाल में घेराबंदी कर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा


टीम द्वारा पश्चिम बंगाल के नरेन्द्रपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत घूम-घूम कर आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी. विशेष सूत्र से पता चला कि थाना नरेन्द्रपुर के काली बाजार क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से किराये का मकान लेकर कुछ लोग रह रहे हैं. जिसे थाना नरेन्द्रपुर पुलिस की सहायता से रेड कर घेराबंदी की गई. दो लोगों को मौके पर पकड़ लिया गया. इन दोनों आरोपियों का नाम आलाजरब और मोह हसमत खलीफा है.


इनका एक साथी 35 लाख रुपये लेकर बांग्लादेश हुआ फरार  


घटना के संबंध में आरोपियों को थाना नरेन्द्रपुर लाकर पूछताछ किया गया. आरोपियों ने स्वीकार किया की 7 अप्रैल को दुर्ग में होने वाले घटना को उन्होंने ही अंजाम दिया था. इस वारदात में कुल 5 लोग शामिल थे, इन 2 आरोपियों के अलावा रूकन, निषाद, संजीत नाम के इनके 3 अन्य साथी भी शामिल थे. आरोपियों ने बताया की चोरी की हुई नकदी में से लगभग 35 लाख रुपये उनका एक साथी 'रूकन' बांग्लादेश लेकर चला गया है.


नोटबंदी से पहले के ₹29500 नकद नोट हुआ बरामद


दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने इस बड़ी चोरी का खुलासा करते हुए बताया कि चोरी के मामले में बांग्लादेश से अंतरराष्ट्रीय चोर गिरोह के दो सदस्य आलाजरब और मोह हसमत खलीफा को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इनके पास से मोबाइल और बांग्लादेशी सिम कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, नोटबंदी से पहले के ₹29500 रुपये के भारतीय नोट बरामद किया है. जिन्हें कोर्ट में पेश कर कोर्ट से पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ जारी है. पुलिस को उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में और भी कई बड़े मामलों का खुलासा हो सकता है.