Chhattisgarh: आग पर काबू पाने के लिए 118 बार गाड़ियों से लाना पड़ा पानी, 16 घंटे बाद काबू में आया
Chhattisgarh Fire: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में फै़क्टरी के रॉ मटेरियल और मशीनरी में भीषण आग लग गई. आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम को लगभग 16 घंटे लग गए. 118 गाड़ी पानी से इस भीषण आग पर काबू पाया गया.
Durg Fire: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक प्लाइवुड मैन्युफैक्चरिंग फै़क्टरी के मटेरियल और मशीनरी में भीषण आग लग गई. इस भीषण आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम को लगभग 16 घंटे लग गए. 8 फायरब्रिगेड की गाड़ियों और दो फोम गाड़ियों से 118 गाड़ी पानी से इस भीषण आग पर काबू पाया गया. आग इतनी बड़ी थी सोमवार सुबह से फ़ायर कर्मी को आग बुझाने के लिए मंगलवार सुबह 3 बजे तक का समय लगा.
118 गाड़ी पानी से भीषण आग पर पाया गया काबू
दरअसल सोमवार की सुबह जेवरा सिरसा चौकी को सूचना मिली कि प्लाईवुड फैक्ट्री में भीषण आग लग गई है. जिसके बाद पुलिस वहां पर पहुंची और फायर ब्रिगेड को इस आग की सूचना दी. फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की कोशिश में जुट गई. लेकिन आग धीरे-धीरे विकराल रूप लेने लगी. फायर बिग्रेड की टीम लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही थी. फायर ब्रिगेड की टीम को इस आग पर काबू पाने के लिए 8 फायर ब्रिगेड की गाड़ी और दो फोम की गाड़ियों के साथ 118 गाड़ी पानी की गाड़ी से आग पर काबू पाया गया.
इस भीषण आग को बुझाने के लिए फायरकर्मी को 16 घंटो का समय लगा
आग इतनी भीषण थी कि आसपास के सभी इलाकों में सिर्फ आसमान में धुंआ ही नजर आ रहा था. ऊंची - ऊंची आग की लपटें उठ रही थी. फायर ब्रिगेड की टीम सोमवार की सुबह से आग को बुझाने में लगी हुई थी लगातार पानी और फोम से आपको काबू पाने की कोशिश की जा रही थी. सोमवार सुबह से लेकर मंगलवार रात तक आग पर काबू पाने की कोशिश की गई और आखिरकार मंगलवार की सुबह 3 बजे आग पर पूरी तरह से काबू पाया गया. इस आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को 16 घंटे का समय लगा.
करोड़ों का हुआ नुकसान, फैक्ट्री संचालक की लापरवाही हुई उजागर
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब तक आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. इस आग से उम्मीद जताई जा रही कि करोड़ों का नुकसान हुआ होगा. फैक्ट्री में रखें रॉ मैटेरियल और मशीनरी पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है. पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच में जुट गई है और आग कैसे लगी इसका पता लगाने में जुट गई है. लेकिन इस भीषण आग ने फैक्ट्री संचालक की एक बड़ी लापरवाही को उजागर किया है. फैक्ट्री में आग बुझाने के लिए कोई भी ऐसा फायर सिस्टम नहीं था जिससे कि आग के शुरुआत में ही उसे काबू कर सकें.