Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में धर्मांतरण रोकने को लेकर लगातार मूल धर्म के आदिवासी प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रशासन से धर्मांतरण रोकने की अपील कर रहे हैं. मूलधर्म के आदिवासियों का कहना है कि अंदरूनी ग्रामीण इलाक़ो में कुछ बाहरी लोगों के द्वारा तेजी से क्रिश्चिन धर्म का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. साथ ही आदिवासियों को प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण किया जा रहा है, जिसपर रोक लगाने की मांग को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है. तोकापाल ब्लॉक के 4 पंचायत के सैकड़ों ग्रामीणों ने धर्मांतरण के खिलाफ और गिरजा घरों के निर्माण कार्य पर पाबंदी लगाने कलेक्ट्रेट पहुंच बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.


धर्मांतरण रोकने प्रशासन से लगाई गुहार


तोकापाल ब्लॉक के चार पंचायत बड़े आरापुर, दुगनपाल. रायकोट और तेलगारम के सैकड़ों ग्रामीणों ने बढ़ते धर्मान्तरण को लेकर विरोध प्रदर्शन के बाद कलेक्ट्रेट पहुंच डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. रायकोट के सरपंच खलेश्वर कश्यप ने बताया कि बस्तर जिले के ग्रामीण अंचलों में बढ़ते धर्मांतरण को रोकने की मांग को लेकर सभी ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे हुए हैं. उन्होंने बताया कि अंदरूनी ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार गिरजाघर बनाए जा रहे हैं. और ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. जिसके चलते बस्तर के मूल धर्म के आदिवासी प्रलोभन में आकर अपनी आदिवासी संस्कृति परंपरा रीति रिवाज धर्म को छोड़कर क्रिश्चिन धर्म अपना रहे हैं. इससे आदिवासी परंपरा. रीति रिवाज पर खतरा बना हुआ है.


जिले के लगभग 100 से अधिक गांवो में लगातार ग्रामीण ईसाई धर्म का अपना रहे हैं, जिसे रोकने के लिए 4 पंचायत के ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा है और गिरजाघरों के निर्माण कार्य में पाबंदी लगाने की मांग की गई है. उन्होंने बताया कि लगातार धर्मांतरण की वजह से मूल धर्म के आदिवासियों की संख्या कम होते जा रही है. यही नहीं, दूसरे धर्म के लोगों के साथ संघर्ष की स्थिति भी बन रही है. इसके अलावा, पंचायतों से बिना अनुमति लिए ही विशेष धर्म के प्रार्थना स्थल खोले जा रहे हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है और जल्द से जल्द बस्तर जिले में धर्मांतरण रोकने की मांग की है.


धर्मांतरण को लेकर गांव गांव में बिगड़ रहे हालात


दरअसल कुछ महीने से लगातार बस्तर जिले के ग्रामीण अंचलों में धर्मांतरण को लेकर  क्रिश्चन धर्म अपनाने वाले ग्रामीणों और मूल धर्म के आदिवासियों के बीच संघर्ष की स्थिति बन रही है. शव दफन को भी लेकर लगातार विवाद बढ़ रहे हैं. कई बार बस्तर के कई गांव में कर्फ्यू जैसे हालात भी बने हैं. इसके अलावा मसीह समाज में भी मूलधर्म के आदिवासियों पर गांव गांव में उनके पेयजल खेती-बाड़ी पर भी रोक लगा देने का आरोप लगाया है.


तो वहीं, मूल धर्म के आदिवासियों ने मसीह समाज के बाहरी लोगों के द्वारा लगातार प्रलोभन देकर ग्रामीणों का धर्मांतरण करने का आरोप लगाया है. वहीं, बीते कुछ दिनों से अब लगातार गांव-गांव में स्थिति बिगड़ते जा रही है. हालांकि, इस मामले में डिप्टी कलेक्टर का कहना है कि 4 पंचायतों के ग्रामीणों ने कुछ मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है. जल्द ही इस पर प्रशासन के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाकर  बातचीत कर निर्णय लिया जाएगा.


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