Bastar News: केंद्र सरकार की संशोधन मोटर वाहन अधिनियम कानून का देशभर में विरोध किया जा रहा है. इस कानून में सड़क दुर्घटना के मामले में 10 साल की जेल या एक लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान है. छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी नए साल के पहले दिन से इस कानून को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है और ड्राइवर संघ के हड़ताल की वजह से पेट्रोल- डीजल की आपूर्ति प्रभावित होने लगी है. कई जगहों पर पेट्रोल पंप में पेट्रोल और डीजल की किल्लत  शुरू हो गई है. ऐसे में आने वाले दिनों में कई पेट्रोल पंप ड्राई हो सकते हैं. 


शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप में 100 से 200 रुपये से अधिक के पेट्रोल नहीं दिए जा रहे हैं. इसी तरह डीजल वाहनों को भी 500 रुपये तक ही डीजल दे रहे हैं. बस्तर जिले के अधिकांश पेट्रोल पंप में केवल 2 लीटर ही पेट्रोल दिया जा रहा है. वहीं कई पंपों में स्टॉक खत्म हो गया है. पंप के मालिकों का कहना है कि गाड़ियां रायपुर के डिपो में खड़ी हुई है. हड़ताल की वजह से टैंकर यहां तक नहीं पहुंच पा रही है. ऐसे में कब तक दोबारा पंप में पेट्रोल मिलेगा इसको लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के पेट्रोल पंप में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पेट्रोल- डीजल नहीं मिलने की वजह से खेतों का काम भी प्रभावित हो गया है.


कई पेट्रोल पंपों में ड्राई की स्थिति


इधर बस्तर के पेट्रोल पंप संचालकों ने बताया कि अगर वाहन चालक आगे भी हड़ताल जारी रखते हैं तो निश्चित रूप से इसका असर पेट्रोल पंप पर भी पड़ेगा. संचालकों ने कहा कि अभी उतनी ज्यादा दिक्कत नहीं आ रही है. जिले के कुछ पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल नहीं है. जिन जगहों में पेट्रोल है वहां लिमिट में ही पेट्रोल और डीजल दिया जा रहा है. वही आने वाले दिनों में ड्राइवर संघ की हड़ताल से पेट्रोल डीजल की किल्लत पर काफी असर दिखाई दे सकता है. इधर बस्तर संभाग के सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर इलाके में भी पेट्रोल के किल्लत देखने को मिल रही है. यहां पहले से ही पेट्रोल पंप की संख्या कम है ऐसे में पेट्रोल डीजल की किल्लत की वजह से कई पंप ड्राई हो गए हैं.


घरेलू गैस सुविधा भी हुई प्रभावित


इधर पेट्रोल डीजल के अलावा घरेलू गैस के भी आपूर्ति बस्तर में नहीं हो पा रही है. इस वजह से ऑनलाइन गैस बुकिंग भी प्रभावित हुई है. हालांकि बस्तर में खाद्य सामग्री का परिवहन अभी जारी है. सब्जी मंडी और राशन के सामानों को लेकर दिक्कत नहीं आई है, लेकिन बताया जा रहा है कि अगर ड्राइवर संघ का हड़ताल जारी रहता है तो इसका असर खाद्य सामग्री के परिवहन में भी पड़ सकता है. फिलहाल बस्तर में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कानून व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है और कहीं भी बिगड़े हुए हालात नज़र नहीं आ रहे हैं, लेकिन इस हड़ताल से आम जनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.


ये भी पढ़ें: Ram Mandir: भगवान राम के ननिहाल से चावल के बाद अब अयोध्या भेजी जाएगी 100 टन सब्जी, लोगों में उत्साह