Chhattisgarh Petrol Diesel Crisis:: छत्तीसगढ़ में ड्राइवरों की हड़ताल के चलते अफरा तफरी जैसी नौबत आ गई है. जरूरी सेवाओं की सप्लाई करने वाली लगभग सभी गाड़ियों के पहिए थम से गए है. इसके चलते अब जनता की परेशानी बढ़ने शुरू हो गई है. सबसे पहले पेट्रोल पंप तक पेट्रोल डीजल नहीं पहुंच रहे है. सब्जी मंडियों तक सब्जी नहीं पहुंच रहे है. अगर ड्राइवर गाड़ियां चलाना शुरू नहीं करेंगे तो इसका व्यापक असर ग्राउंड पर दिखने लगेगा.
ट्रक ड्राइवरों के हड़ताल से रायपुर में बिगड़ी व्यवस्था
दरअसल छत्तीसगढ़ में 2 लाख के आस पास ट्रक है. इसमें करीब 4 लाख लोग ड्राइवरी का काम करते है. इसके अलावा इनके साथ जुड़कर काम करने वाले लोगों जोड़ दिया जाए तो 5 लाख से ज्यादा लोग ट्रक लाइन में काम करते है. ये ट्रक छत्तीसगढ़ के साथ छत्तीसगढ़ बाहर दूसरे राज्यों में भी सामान की ट्रांसपोर्टिंग करते है. लगभग सभी ड्राइवरों ने गाड़ियों को छोड़कर घर चले गए है. हीट एंड रन मामले में केंद्र सरकार के कानून के खिलाफ विरोध जाता रहा है.
पेट्रोल डीजल को लेकर रायपुर में किल्लत!
इसका असर अब ग्राउंड में दिखने लगा है. राजधानी रायपुर के अधिकांश पेट्रोल पंप में आज सुबह से ही भीड़ उमड़ी हुई है. लोग पेट्रोल डीजल लेने के लिए कतार लगाए हुए है. घंटे घंटे इंतजार के बाद लोगों को पेट्रोल मिल रहा है. वहीं रायपुर के मंदिर हसौद डिपो में भी आज सुबह से पेट्रोल डीजल के सैकड़ों गाड़ियां खड़ी है. इसके साथ एलपीजी गैस की गाड़ियों की लंबी कतार सड़क किनारे लगी हुई है. ये गाडियां सोमवार से ही इसी तरह सड़क किनारे खड़ी हुई है. इसके चलते रायपुर के अधिकांश पेट्रोल पंप में किल्लत होने लगी है. वहीं रायपुर के बड़े ट्रांसपोर्टर ओम प्रकाश गुप्ता ने कहा कि कानून के विरोध में ड्राइवर गाड़ी चलाने नहीं आ रहे है. गाड़ी छोड़कर सभी ड्राइवर अपने घर चले गए है. कब तक हड़ताल चलेगी इसकी कोई जानकारी नहीं है.
थोक सभी मंडी में नहीं पहुंच रहे ट्रक
पेट्रोल डीजल की किल्लत के बाद अब सब्जियों की बात करें तो रायपुर के सबसे बड़े थोक सभी मंडी डूमरतराई में भी भारी किल्लत देखने को मिल रही है. सब्जी मंडी के अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि 50 से 60 ट्रक सब्जियां रोजाना आती है. लेकिन आज केवल 6 से 8 ट्रक सब्जी आई है. इससे रायपुर में सब्जियों की किल्लत बढ़ सकती है. रायपुर में बंगाल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश जैसे कैसे राज्यों से सब्जियां आती है.लेकिन ट्रक आई नहीं है इससे चिल्लर बाजार में सब्जियों के दाम बढ़ सकते है.
निजी स्कूलों में हड़ताल का असर नहीं
हालांकि छत्तीसगढ़ के निजी स्कूलों में हड़ताल का असर नहीं है होगा. निजी स्कूल संगठन की तरफ से बताया गया है कि ड्राइवर की हड़ताल पर स्कूल संगठन ने समर्थन देने से इनकार कर दिया है. जायज मांगों का नैतिक समर्थन है लेकिन स्कूल बंद नहीं करेंगे क्योंकि स्कूल पिछले 10 दिनों से पहले ही बंद है.
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