Chhattisgarh Politics: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के आरक्षण वाले बयान पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेता और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने प्रतिक्रिया दी है. डिप्टी सीएम ने बिहार चुनाव से पहले मोहन भागवत के बयान का जिक्र किया है. उन्होंने यह भी मांग की है कि केंद्र सरकार को विशेष सत्र का एजेंडा बताना चाहिए.
डिप्टी सीएम ने मोहन भागवत के बयान पर कहा कि बिहार चुनाव से पहले भागवत जी का बयान आया था उनका अनुभव ठीक नहीं रहा. विशेष सत्र के मुद्दे पर सिंहदेव ने कहा कि हम लोग इतंजार कर रहे है की कहीं संविधान में फेरबदल न कर दिया जाये ये लोग कब क्या करेंगें पता नहीं. सरकार को सत्र का एजेंडा बताना चाहिए.
मोहन भागवत ने क्या कहा था?
बता दें आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि जबतक समाज में भेदभाव है, तबतक आरक्षण जारी रहना चाहिए. उन्होंने महाराष्ट्र स्थित नागपुर में एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि भेदभाव भले ही नजर नहीं आये लेकिन यह समाज में व्याप्त है.
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उन्होंने कहा, ‘सामाजिक व्यवस्था में हमने अपने बंधुओं को पीछे छोड़ दिया. हमने उनकी देखभाल नहीं की और यह 2000 सालों तक चला. जबतक हम उन्हें समानता नहीं प्रदान कर देते हैं तबतक कुछ विशेष उपचार तो होने ही चाहिए और आरक्षण उनमें एक है . इसलिए आरक्षण तबतक जारी रहना चाहिए जबतक ऐसा भेदभाव बना हुआ है. संविधान में प्रदत्त आरक्षण का हम संघवाले पूरा समर्थन करते हैं.’
सरसंघचालक ने कहा कि यह केवल वित्तीय या राजनीतिक समानता सुनिश्चित करने के लिए नहीं, बल्कि सम्मान देने के लिए भी है. उन्होंने कहा कि भेदभाव झेलने वाले समाज के कुछ वर्गों ने 2000 सालों तक यदि परेशानियां उठायी हैं तो ‘क्यों न हम ( जिन्होंने भेदभाव नहीं झेली है) और 200 साल कुछ दिक्कतें उठा सकते हैं?’