Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) में करीब पांच महीने का ही समय बचा है और इसको देखते हुए कांग्रेस ने एक बड़ा कदम उठाया है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को कांग्रेस नेतृत्व ने राज्य का उपमुख्यमंत्री बना दिया है. इसी के साथ टीएस सिंहदेव राज्य के पहले उपमुख्यमंत्री बन गए हैं. डिप्टी सीएम का पद मिलने के बाद टीएस सिंहदेव का बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का आभार व्यक्त करते हैं, कांग्रेस ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है. 


टीएस सिंहदेव ने कहा, 'सबसे पहले, मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा मुझे दी गई इस जिम्मेदारी के लिए अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करना चाहूंगा. हमें सभी को साथ लेकर आगे बढ़ना होगा और हमारे पास जो सीमित समय है (जब तक)  राज्य चुनाव के काम को पूरा करने का प्रयास करना होगा.' उन्होंने कहा, 'सरकार ने काम किया है, हमें मिलकर काम करना है. पिछले नतीजे अभूतपूर्व थे, मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमें 68 सीटें मिलेंगी, लेकिन छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने हमें यह मौका दिया. हम एक बार फिर उनका समर्थन मांगने के लिए उनके पास जाएंगे और हमें पूरा आत्मविश्वास है की हमें फिरसे छत्तीसगढ़ की जनता मौका देने जा रही है.'


कांग्रेस में गुटबाजी को खत्म करने की कवायद?
गौरतलब है कि कुछ समय पहले सरगुजा संभाग में कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान टीएस सिंहदेव के समर्थक नाराज दिखे थे. मंच पर भी ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का भी जिक्र किया गया था. इसके बाद टीएस सिंहदेव ने कहा था कि कई पार्टियां उनसे संपर्क कर रही हैं, यहां तक की बीजेपी आलाकमान भी उनके संपर्क में था. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य में आपसी गुटबाजी खत्म करने के लिए पार्टी नेतृत्व ने टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाया है. 


सरगुजा की 14 विधानसभा सीटों पर फोकस
जानकारी के लिए बता दें कि सरगुजा टीएस सिंहदेव का गढ़ माना जाता है. यहां की अंबिकापुर विधानसभा सीट से टीएस सिंहदेव लगातार 3 बार से विधायक हैं. हाल ही में टीएस सिंहदेव का एक बयान वायरल हुआ था, जिसमें वह कह रहे थे कि पिछले विधानसभा चुनाव में हमने सरगुजा संभाग की 14 सीटें जीती थीं, लेकिन 2023 के चुनाव में सभी 14 सीटों पर कांग्रेस की जीत पर संशय है. ढाई-ढाई साल के सीएम फॉर्मूला पर टीएस सिंहदेव कई बार नाराजगी जता चुके थे और इस बयान में उन्होंने पार्टी की जीत पर भी सवाल उठाया था. 


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