Chhattisgarh Elections 2023: छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. जिसको लेकर छत्तीसगढ़ में बीजेपी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी सक्रिय हो चुकी है. राज्य में सियासी सरगर्मी तेज है. कांग्रेस को बीजेपी से मिल रही चुनौतियों के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बयान भी सोचने पर मजबूर कर सकता है. दरअसल स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के साथ बीच-बीच में होने वाले वैचारिक मतभेद की बात किसी से छुपी नहीं है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया है.
बिलासपुर में मीडियाकर्मियों द्वारा उनसे इस साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में उनकी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका एक 'मतदाता' की होगी.
ये पूछे जाने पर कि "टीएस बाबा को अब तक अवसर नहीं मिला", इस पर सिंहदेव ने कहा, "आमतौर पर जो व्यक्ति मुख्यमंत्री होता है वह पार्टी का नेतृत्व करता है. बाकी सब पार्टी आलाकमान के ऊपर है. यह पूछे जाने पर कि क्या उनका प्रयास जारी रहेगा, उन्होंने कहा, ''लोगों के लिए काम करने का मेरा प्रयास जारी रहेगा.'' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव का यह बयान कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद 2021 के मध्य में मुख्यमंत्री पद के लिए भूपेश बघेल के साथ उनके झगड़े के संदर्भ में देखा जा रहा है.
वैसे स्वास्थ्य मंत्री अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं. उन्होंने साफ कहा “मैं छत्तीसगढ़ का नागरिक और मतदाता हूं. मैं उस क्षमता में भाग लूंगा ”.
नेतृत्व परिवर्तन के लिए दबाव बनाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. मुख्यमंत्री बघेल का समर्थन करने वाले विधायक भी दिल्ली पहुंचे और इस तरह के किसी भी कदम को रोकने के लिए एआईसीसी कार्यालय तक पहुंच गए हैं. दोनों नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत की और सत्ता संघर्ष धीरे-धीरे कम हो गया. वहीं पिछले एक साल से अधिक समय से सिंहदेव राजनीति में अपने भविष्य के कदमों को लेकर बयानबाजी करते देखे गए हैं, राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो जाता है. बहरहाल वक्त के साथ स्थिति साफ हो जाएगी.
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