Chhattisgarh News: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही.. ज़िले की पुलिस टीम ने एक बार फिर से गाँजा तस्करी के मामले का पर्दाफ़ाश किया है. पुलिस ने इस बार बड़े पैमाने पर गाँजा के अवैध परिवहन करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है. ज़िले की मरवाही पुलिस ने आरोपियो की कार से अवैध गाँजा समेत 17 लाख रूपए की जप्ती की है. और दो आरोपियो को तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है.
वाहन चेकिंग में हुआ खुलासा
ज़िले के पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल के माध्यम से मरवाही थाना पुलिस को आज सूचना मिली कि बिलासपुर की ओर से यूपी नंबर की टाटा टियागो कार में कुछ लोग गाँजा का अनाजों परिवहन करने वाले है. जो बिलासपुर ज़िले के रास्ते मध्यप्रदेश के कोतमा की तरफ़ गाँजे की खेप ले जाने वाले हैं. जिसके बाद ज़िले के गौरेला पेंड्रा मरवाही की पुलिस टीम ने अपने अपने इलाक़े में नाकाबंदी शुरू कर दी.
इस दौरान जब मरवाही पुलिस पीपरडोह के पास वाहन चेकिंग कर रही थी. उस वक्त पुलिस ने कोटमी की ओर से आर रही यूपी नंबर की कार को रूकवाया और उसकी तलाशी ली. तो पुलिस की आँख खुली की खुली रह गई.
डिक्की और सीट में गाँजा का ज़ख़ीरा
मरवाही पुलिस टीम ने जब यूपी 74 U 0601 नंबर की कार रुकवा कर उसकी डिक्की खुलवाई . तो पुलिस की आँख खुली की खुली रह गई. क्योंकि गाँजे की खेप डिक्की के अलावा कार की पिछली सीट में भी फ़ुल थी. पुलिस ने कार के अंदर से पार्सल पैक कई पैकेट में 110 किलो गाँजा बरामद किया. जिसकी क़ीमत पुलिस ने 11 लाख रूपए आँकी है. इसके अलावा पुलिस ने 4 लाख क़ीमत की कार और 40 हज़ार के दो मोबाइल समेत 17 लाख 40 हज़ार रूपए की ज़ब्ती बनाई है. इधर पुलिसिया पूछताछ में आरोपियो ने बताया कि वो गाँजे की खेप को लेकर मध्यप्रदेश के कोतमा जा रहे थे.
भालूमाडा के रहने वाले हैं आरोपी
110 किलो गाँजा के साथ गिरफ्तार पहला आरोपी 26 वर्षीय राजेश कुमार पनिका है. जो अनुपपुर ज़िले के कोतमा के पास भालूमाडा कालरी, हनुमान दफाई का रहने वाला है. वहीं दूसरी आरोपी 24 वर्षीय इमरान मंसूरी भालूमाडा थाना क्षेत्र के फूनंगा का रहने वाला बताया जा रहा है. दोनों के खिलाफ मरवाही थाना पुलिस ने धारा 20 बी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की है.
बड़े मगरमच्छ तक नहीं पहुँचती है पुलिस
बहरहाल ज़िले के रास्ते मध्यप्रदेश की ओर गाँजे की खेप ले जाने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी पुलिस ने अवैध गाँजा परिवहन के मामलों में कार्यवाही की है. पर इतनी बड़े पैमाने में मरवाही पुलिस ने पहली कार्यवाही की है. ग़ौरतलब है कि पुलिस आज तक उन बड़े मगरमच्छों तक नहीं पहुँच पाई है. जो पड़ोसी राज्यों में बैठकर गाँजे की तस्करी का रैकेट चलाते है. अगर पुलिस ऐसे बड़े कारोबारियों तक पहुँच जाए . तो फिर ऐसी तस्करी पर रोक लग सकती है.