UCC पर कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव का बड़ा बयान- 'अच्छा है PM मोदी इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ें, हमें फायदा...'
Uniform Civil Code: छत्तीसगढ़ के मंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता टीएस सिंह देव ने साफ किया कि इन मुद्दों का राज्य के चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि राज्य के मुद्दे अलग होते हैं.
Chhattisgarh Election 2023 News: विपक्षी दल समान नागरिक संहिता से जुड़े बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं. इस बीच कांग्रेस के सीनियर नेता और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि अच्छा है कि पीएम मोदी इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ें, हमें फायदा होगा. उन्होंने कहा कि ये मुद्दे राज्य के चुनाव को प्रभावित नहीं करेंगे. राज्य में जब चुनाव होता है तो उनके मुद्दे अलग होते हैं.
टीएस सिंह देव ने कहा कि ये और ज्यादा भारतीय जनता पार्टी के चेहरे को उजागर करता जाएगा. पहले चुनाव में आए थे तो ये सब बातें नहीं की थीं. जब नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने एस्पिरेशनल पॉलिटिक्स की बात कही थी. युवाओं को छूने का प्रयास किया. जातीय व्यवस्था को छोड़कर सबको साथ लेकर कि हम आपके भविष्य के लिए चिंतित हैं, वाली बात की. दो करोड़ रोजगार प्रति वर्ष उपलब्ध कराने का उन्होंने विश्वास दिलाया था. उनका प्लेटफॉर्म दूसरा था. अब वो बदलते जा रहे हैं. जो छुपे हुए एजेंडे थे वो सामने आते चले जा रहे हैं.
कांग्रेस के सीनियर नेता ने कहा कि ये मान के चलिए कि राष्ट्रीय चुनाव में इन मुद्दों का जो भी प्रभाव पड़ेगा वो पड़ेगा लेकिन स्टेट लेवल के इलेक्शन में इनका प्रभाव नहीं के बराबर पड़ने वाला है. कर्नाटक में भी हमने हिजाब, मुस्लिम रिर्जवेशन, कॉम्यूलन फीलिंग को भड़काते हुए देखा, एक फिल्म को प्रचारित करते हुए देखा लेकिन वहां के मतदाताओं ने क्या किया, उसको स्वीकार नहीं किया. ये मुद्दे राज्य के चुनाव में प्रभाव डालें, ये नहीं होगा. जैसे राज्य के मुद्दे म्यूनिसिपल चुनाव और पंचायत चुनाव में उतना फर्क नहीं डालेंगे, मुद्दे अलग रहते हैं. हर स्तर के चुनाव के मुद्दे अलग रहते हैं. ये मुद्दे स्टेट लेवल के मुद्दे नहीं हैं. अच्छा है पीएम मोदी इसी मुद्दे पर चुनाव लड़ें, हमें फायदा होगा.
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार (27 जून) को समान नागरिक संहिता की पुरजोर वकालत करते हुए सवाल किया कि ‘दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चलेगा?’ उन्होंने साथ ही कहा कि संविधान में भी सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार का उल्लेख है. उन्होंने कहा कि हमें याद रखना है कि भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है.