Bastar News: कहते है कड़ी मेहनत ही सफलता का दरवाजा खोलती है. छत्तीसगढ़ के नक्सलगढ़ के युवा अपनी इसी कड़ी मेहनत से खेल और शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल आकर देश दुनिया में नाम कमा रहे हैं. भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC में भी अब बस्तर के युवा फर्स्ट अटेम्प्ट में ही एग्जाम क्लियर कर रहे हैं.
जगदलपुर के रहने वाले आकाश राव हासिल की सफलता
जगदलपुर के रहने वाले आकाश राव ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है. यूपीएससी की ओर से आयोजित आईईएस के एग्जाम में पहले प्रयास में ही आकाश ने सफलता अर्जित की है, जिससे आकाश को रक्षा मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस डिपार्टमेंट में असिस्टेंट इंजीनियर का पद मिला है. आकाश राव ने इस परीक्षा में सफल होने के लिए काफी मेहनत की और इसी का नतीजा रहा कि बस्तर के इस युवा को रक्षा मंत्रालय में नौकरी मिली है, जिसे लेकर आकाश के परिवार वालों के साथ पूरे बस्तर वासियों में खुशी का माहौल है और इस उपलब्धि के लिए आकाश को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
लाइब्रेरी में रहकर की दिन रात पढ़ाई
जगदलपुर में रहने वाले आकाश राव ने बताया कि यूपीएससी ने इस पोस्ट के लिए करीब डेढ़ साल पहले विज्ञापन निकाला था. पूरे देश में केवल 14 ही पद थे, ऐसे में देश भर से लाखों की संख्या में युवाओं ने आवेदन किया था, इसमें अनुभव के चलते ऑनलाइन एग्जाम के बाद उन्हें इंटरव्यू के लिए दिल्ली बुलाया गया था और अंतिम रिजल्ट आया तो इसमें आकाश का नंबर टॉप 12 में था, जिससे वह वेटिंग में आ गए थे. आकाश ने बताया कि इस दौरान करीब 1 साल तक वे अन्य एग्जाम की तैयारी करते रहे, लेकिन इसी बीच यूपीएससी से उन्हें मेल आया और जानकारी मिली कि उनकी वेटिंग लिस्ट क्लियर हो गई है, अब जल्द ही उन्हें नियुक्ति- पत्र दिया जाएगा. आकाश ने बताया कि इस उपलब्धि का श्रेय उनके माता-पिता और परिवार के सदस्यों के साथ उन्हें मार्गदर्शित किए सभी प्रशासनिक अधिकारियों और लाला जगदलपुरी लाइब्रेरी को जाता है, जहां उन्होंने 10 से 12 घंटे रहकर पढ़ाई की और इस मेहनत का उन्हें फल भी मिला.
परिवार में खुशी का माहौल
आकाश राव ने बताया कि 4 साल वह डीआरडीओ ( डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ) जगदलपुर में रिसर्च फेलोशिप भी कर चुके हैं, जिसका लाभ उन्हें इस परीक्षा में मिला, इसके अलावा तीन बार गेट क्वालिफाई किया, इसके साथ ही उन्होंने मेकेनिकल इंजीनियरिंग ऑनर्स की डिग्री भी हासिल कर रखी है. आकाश ने बताया कि बेहतर रिसर्च पेपर को देखते हुए हेड ऑफिस मद्रास से भी उन्हें ऑफर आया, लेकिन कोविड काल की वजह से जाना कैंसिल हो गया. इसी तरह मझगांव डॉक समबरीन में भी टॉप 200 लोगों में शामिल हुए, लेकिन 5 पोस्ट होने की वजह से सेलेक्शन नहीं हो पाया. इसके अलावा रेलवे के सभी स्टेप क्लियर करने के बाद सिर्फ आंखों में इंफेक्शन की वजह से फिटनेस में मामला फंस गया, लेकिन इसके बाद भी आकाश ने यूपीएससी एग्जाम क्लियर करने की ठानी और इसके लिए जमकर पढ़ाई की.
कई अधिकारियों ने किया गाइड
पढ़ाई पर ही फोकस किया, आकाश ने बताया कि तैयारी के दौरान बस्तर के पूर्व कलेक्टर रजत बंसल, जिला पंचायत के सीईओ रोहित व्यास आईएएस और आईपीएस अंकित शर्मा ने उन्हें लगातार गाइड किया, जिसकी वजह से यह परीक्षा पास करने में मदद मिली. आकाश के मां ज्योति राव और पिता अप्पा राव ने बताया कि बचपन से ही होनहार आकाश की क्षमता को लेकर वे आशान्वित थे और आकाश उनकी उम्मीदों पर खरे भी उतरे. आकाश ने अपनी कड़ी मेहनत से ये मुकाम हासिल किया जो उनके लिए गर्व की बात है.