Happy Valentine's Day 2023 Wishes: वैलेंटाइन डे के दिन गुलाब के फूल का अपना महत्व होता है. यह फूल प्रेम का प्रतीक बन गया है. ऐसे में जब बात  वैलेंटाइन डे की हो तो फूलों का राजा गुलाब प्रेमी-प्रेमिकाओं द्वारा प्रेम के इजहार का सबसे बड़ा जरिया बन गया है. इस दिन नए प्रेमी-प्रेमिका एक दूसरे को गुलाब देकर प्रेम का इजहार भी करते हैं और प्रेमी जोड़े भी एक दूसरे को ये गुलाब का फूल देतें हैं. लिहाजा इस दिन गुलाब की बिक्री काफी बढ़ जाता है और गुलाब दोगुने कीमत में मिलता है. छत्तीसगढ़ में भी आज गुलाब फूल का लाखों का कारोबार हुआ है.


60 हजार गुलाब की बिक्री


छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर वैसे तो ये शहर अन्य बड़े शहरों की तुलना में काफी छोटा है, लेकिन यहां फुलों की बिक्री काफी होती है. यहां के फ्लावर मार्केट में 14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे के दिन 60 हजार गुलाब के फुल बिक्री के लिए मंगाए गए हैं, जिसे संगर और बंच में बनाकर बेचा जा रहा है. 


दुकानदारों के मुताबिक वैलेंटाइन डे के कारण सुबह जल्दी दुकान खोलना पड़ा और सुबह से ही गुलाब के ग्राहकों की भीड़ दुकान में लगी हुई है. इतना ही नहीं फ्लावर मार्केट के लोगों ने बताया कि गुलाब का फूल समाप्त ना हो जाए. इसलिए कई ग्राहक वैलेंटाइन डे के एक दिन पहले ही गुलाब की खरीदारी कर चुके हैं.


दोगुने कीमत में बिक रहे हैं गुलाब के फूल


फ्लावर मार्केट के एक व्यापारी कल्लू ने बताया कि आम दिनों में गुलाब की इतनी बिक्री नहीं होती है. लोग गुलदस्ते में ही एक दो गुलाब डलवाते हैं, लेकिन वैलेंटाइन डे के दिन गुलाब की डिमांड ज्यादा हो गई है. इसी तरह उसकी कीमत भी दोगुनी हो गई है. आम तौर पर रेड रोज की कीमत 20 रुपये एक पीस की होती है, लेकिन वैलेंटाइन डे के दिन एक गुलाब 40-50 रुपये में बिक रहा है, लोग तो बिना दाम पूछे भी खरीद रहे हैं. अगर वैलेंटाइन डे पर गुलाब के व्यवसाय की बात करें, तो सिर्फ अंबिकापुर शहर मे 60 हजार गुलाब की बिक्री के हिसाब से फूल व्यवसायी सिर्फ गुलाब की बिक्री से 24 लाख का व्यवसाय करेंगे.


पुणे के गुलाब से सजा फ्लावर मार्केट


छत्तीसगढ़ में गुलाब की खेती होती है, लेकिन काफी कम किसान हैं, जो गुलाब की खेती करते हैं. इसके अलावा लोकल गुलाब की क्वालिटी उतनी अच्छी नहीं होती है. वहीं महाराष्ट्र के पुणे और नागपुर के किसान काफी बड़ी संख्या में गुलाब की खेती करते हैं. वहां के गुलाब की क्वालिटी छत्तीसगढ़ के गुलाब से काफी अच्छी होती है. इसलिए गुलाब पुणे से नागपुर फिर रायपुर के रास्ते अंबिकापुर तक पहुंचता है. मतलब अंबिकापुर में जो गुलाब लोग खरीद रहे हैं, उसमें महाराष्ट्र के पुणे की खुशबू है.


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