Korba News: सब्जी के दामों में बेतहाशा वृद्धि ने लोगों का बजट बिगाड़ दिया है. 500 रुपये में भी सब्जी का थैला नहीं भर रहा है. बुधवार को कोरबा (Korba) जिले में टमाटर 90 से 100 रुपये किलो में बिके. हरी सब्जियों के दाम भी 50 से 100 रुपये के बीच है. सब्जियों का जायका बढ़ाने वाले टमाटर की हर घर में लगभग खपत प्रति सप्ताह औसत एक से दो किलो होती है, लेकिन अब आधा किलो टमाटर लेने में भी लोगों को 50 बार सोचना पड़ रहा है. टमाटर के दाम पिछले दो दिन में ही दोगुने हो गए हैं.
रविवार को जहां 50 रुपये किलों में टमाटर बिके थे. वहीं बुधवार को बुधवारी में टमाटर 90 से 100 रुपये किलो में लोगों को खरीदनी पड़े. अचानक दाम बढ़ने का कारण सब्जी व्यवसायी कम आपूर्ति को बता रहे हैं. एक व्यवसायी ने बताया कि टमाटर का कैरेट दो दिन पहले 1100 से 1200 रुपये था जो अब बढ़कर 1800 हो चुका है. इसकी वजह से टमाटर की कीमत बढ़ी है. इसके अलावा हरी सब्जियों के दाम में भी उछाल आया है.
अदरक के भाव में तेजी
फूल गोभी 60 से 80, बैगन 40 से 50, करेला 50 से 80, कद्दू 30 से 40, भिंडी 30 से 40, मुनगा 80 से 100 और परवल 50 से 60 रुपये किलो में बिक रहा है. बारिश में सब्जियों का स्वाद बढ़ जाता है, लेकिन महंगाई की वजह से लोगों की थाली का जायका बेस्वाद हो गया है. साथ ही गृहणियों का रसोई का बजट भी बिगड़ गया है. गर्मियों में अदरक 20 रुपये पाव बिक रहा था, जो अब बढ़कर 60 से 70 रुपये पाव पहुंच चुका है. चाय से लेकर सब्जियों में जायका बढ़ाने वाला अदरक अब लोगों की पहुंच से दूर हो चला है.
आलू, प्याज के दाम से राहत
पहले जितने में एक किलो अदरक आ जाती थी, अब उतने में एक पाव अदरक मिल रहा है. इसके अलावा लहसुन के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है. नीबू को भी सब्जी व्यवसायी अपने-अपने हिसाब से बेच रहे हैं. हरी सब्जियों के दाम ने जहां थाली से उन्हें गायब कर दिया है, तो वहीं आलू और प्याज ने उनकी जगह ले ली है. महंगाई के बीच आलू प्याज के दाम में स्थिरता ने लोगों को बड़ी राहत दी है.
आलू 25 से 30 रुपये किलो में मिल रहा है, जबकि प्याज 25 रुपये किलो के साथ लोगों के घर तक पहुंच रहा है. सब्जी व्यवसायी बताते हैं कि बारिश में प्याज के दाम बढ़ जाते हैं. संभवतः एक-दो सप्ताह में प्याज का दाम भी लोगों को रुलाने लगेगा.
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