Junior Doctors Candle March In Bastar:  छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों का चौथे दिन भी हड़ताल जारी है. करीब 150 से ज्यादा जूनियर डॉक्टर पिछले 4 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं, जिससे एक तरफ जहां स्वास्थ्य सुविधा पूरी तरह से चरमराई हुई है, वहीं दूसरी तरफ जूनियर डॉक्टर हर दिन सरकार को अपनी ओर ध्यान आकर्षित कराने के लिए अनोखा प्रदर्शन कर रहे हैं, रविवार देर रात भी जूनियर डॉक्टरों ने जगदलपुर के डिमरापाल अस्पताल के बाहर नेशनल हाईवे-30 पर बॉलीवुड का फेमस सॉन्ग "तुम तो धोखेबाज हो वादा करके भूल जाते हो" इस गाने को गाते हुए कैंडल मार्च निकाला.


जूनियर डॉक्टरों ने इस गाने को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को डेडिकेट करने की बात कही है. डॉक्टरों का कहना है कि पिछले कई सालों से उनके वेतन वृद्धि में बढ़ोतरी करने का आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है, जिसके चलते स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए हर दिन डॉक्टर अपने अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान अलग-अलग प्रदर्शन कर रहे हैं ,जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक वह अपने काम पर वापस नहीं लौटेंगे.



सोशल मीडिया में वीडियो  हो रही वायरल


जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के लगभग 150 जूनियर डॉक्टरों की नेशनल हाइवे में कैंडल मार्च निकालने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है, दरअसल इस वीडियो में सभी जूनियर डॉक्टर हाथों में कैंडल लेकर बॉलीवुड की मशहूर गीत को गा रहे हैं. यह वीडियो रविवार देर रात की है, जब एक साथ सभी डॉक्टरों ने धरना स्थल में इक्कठे होकर इस तरह से कैंडल मार्च निकालकर अनोखा प्रदर्शन किया.


स्वास्थ मंत्री के बाद अब सीएम से करेंगे मुलाकात


डिमरापाल अस्पताल के जूनियर डॉक्टर पुष्पराज प्रधान का कहना है कि आज उनके हड़ताल के 4 दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक उनकी मांग को लेकर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है, जबकि खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस सिंह  देव ने भी उनकी मांग को जायज बताया है. बावजूद इसके वेतन वृद्धि को लेकर अब तक प्रदेश सरकार से कोई जवाब नहीं आ पाया है.


उन्होंने कहा कि 25 और 26 जनवरी  को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर दौरे पर रहेंगे और इस दौरान सभी जूनियर डॉक्टर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी मांगों को जायज बताते हुए जल्द ही इसमें अमल करने की मांग करेंगे. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उनके हड़ताल पर जाने से अस्पतालों में स्वास्थ सुविधा बदहाल है, और अस्पताल में अव्यवस्था का आलम है. अगर जल्द सरकार उनके मांगों पर निर्णय नहीं लेती है तो इससे उनके साथ साथ बस्तर के ग्रामीण अंचलों से इलाज के लिए पहुंच रहे मरीजों को भी इलाज संबधी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.


इधर पहले ही संभाग का सबसे बड़ा डिमरापाल अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है, साथ ही  महारानी अस्पताल में भी डॉक्टरों की कमी बनी हुई है, ऐसे में अब एक साथ 150 जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से केवल ओपीडी की स्वास्थ्य सेवा मरीजों को मिल पा रही है, बाकि  वार्डो  में और आपातकालीन सेवा पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है. 


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