Bhupesh Baghel Statement Central Government: चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में जगहाें के नाम बदलने के दावे पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है. उन्होंने इसे लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. साथ ही केंद्र सरकार पर इस मामले में चुप्पी साधने का आरोप भी लगाया है. सीएम बघेल ने आरोप लगाया कि लगातार अतिक्रमण हो रहा है, जगहों के नाम बदले जा रहे हैं. इससे पहले राहुल गांधी भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं. सरकार को सीमा के मामले में चुप नहीं रहना चाहिए. सीएम बघेल ने कहा कि आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का भी इस मुद्दे पर बयान आया है.


सीएम बघेल ने कहा कि लगातार जगहों के नाम बदले जा रहे हैं. इस मामले को पहले भी राहुल गांधी कई बार उठा चुके हैं, उसके बाद भी सरकार की जो चुप्पी है वह बहुत रहस्यमयी है. इस तरह सीमा के मामले में सरकार का चुप रहना ठीक नहीं है.



सीएम बघेल ने कहा ''जिस प्रकार विदेश मंत्री जय शंकर प्रसाद ने जो बात कही है कि हमसे बड़ी अर्थव्यवस्था है चीन, हम उससे टकरा नहीं सकते ये बता रहा है कि जो सत्ता में बैठे लोग हैं वे डरे हुए हैं और चीन से दुश्मनी मोल लेना नहीं है और अतिक्रमण पर अतिक्रमण बढ़ते जा रहे हैं.''


11 जगहों के नए नामों की लिस्ट जारी में


दरअसल, चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के 11 जगहों के नए नामों की लिस्ट जारी की है. ये लिस्ट चीनी, तिब्बती और पिनियन भाषा में जारी हुई है. इन 11 जगहों में से दो नदियां, पांच पार्वती चोटियां, दो रिहायशी इलाके और दो भूमि क्षेत्र शामिल हैं. वहीं, चीन द्वारा इस हरकत पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करने के लिए समय-समय पर नाकाम कोशिशें करता रहता है. एक बार फिर चीन ने अरुणाचल से जुड़ी जगहों का नाम अपने नक्शे में बदला है. इसपर विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब चीन ने इस तरह की कोशिश की है. हम इसे सिरे से खारिज करते हैं. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न, अविच्छेद्य अंग है. 


दरअसल, चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने 1 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 जगहों के मानकीकृत नाम जारी किए, जिसे वह स्टेट काउंसिल, चीन की कैबिनेट की जारी भौगोलिक नामों पर नियमों के अनुसार 'तिब्बत का दक्षिणी भाग ज़ंगनान' बताता है. इस लिस्ट में दो रिहाइशी इलाक़े, पांच पर्वत चोटियां, दो नदियां और दो अन्य इलाक़े शामिल हैं. लिस्ट के साथ मैप भी जारी किया गया है.


छह साल में तीसरी बार बदले नाम


ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने जिन जगहों के नाम बदलने या 'मान्यता' देने का फैसला किया है उसमें अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के पास की एक जगह भी शामिल हैं. बीते छह सालों में ये तीसरी बार है जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश की जगहों के नाम बदले हैं.


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