Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में आदिवासी आरक्षण पर राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर नहीं करने का मामला तुल पकड़ रहा है. राज्य के सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट करते छ्त्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने बीजेपी पर बड़ा हमला करते हुए कि कि भारतीय जनता पार्टी के दबाव में राज्यपाल हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं. उन्होंने कहा कि राज्यपाल बीजेपी के इशारे पर आरक्षण विधेयक को रोक रही हैं.
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी ओबीसी आरक्षण के ख़िलाफ़ है और इस फेर में आदिवासियों और ग़रीबों का आरक्षण भी रुक गया है.
राज्यपाल के लिए मंत्रिमंडल की सलाह मानना बाध्यकारी है पर अफसोस है कि वे इस संवैधानिक व्यवस्था को भी नहीं मान रही हैं. सीएम ने कहा कि राज्यपाल अगर जनता की प्रतिनिधि विधानसभा की राय भी नहीं मानतीं तो यह भी असंवैधानिक है.
सीएम बघेल ने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि हम जनता के बीच ही जाएंगे और उनके ही बीच बीजेपी और संविधान का अपमान कर रहीं राज्यपाल के बारे में बताएंगे. उन्होंने कहा कि हमें संविधान और लोकतंत्र पर अटूट भरोसा है. लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है.
सीएम बघेल ने बीजेपी पर बड़ा हमला करते हुए कि बीजेपी वालों ने अब तक एक भी बार राज्यपाल से हस्ताक्षर करने की मांग नहीं की है.
सीएम भूपेश बघेल ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के साजा विधानसभा में भेंट-मुलाकात के दौरान एक छात्रा द्वारा बीएड में दाखिले को लेकर अब तक सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी नहीं होने को लेकर पूछे गए सवाल का जिक्र किया. इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने तो अपना काम कर दिया. उन्होंने मामले में बीजेपी पर निशाना साधते हुए राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी आरक्षण विरोधी विचारधारा के कारण प्रदेश के छात्र-युवाओं के साथ अन्याय कर रही है.
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