छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर राजनीति गरमा गई है. बीजेपी ने राज्य की कांग्रेस पर आपातकाल लागू करने का आरोप लगाया है. बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में रासुका लागू कर दिया है. इसके लिए सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किया गया है. इसके अलावा रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया है. इस मामले बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. रमन के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.


रासुका लागू होने कर छत्तीसगढ़ में सियासी जंग


दरअसल रविवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने रायपुर के बीजेपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है. उन्होंने इस प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया है कि सरकार ने राज्य के कलेक्टरों को रासुका लगाने के निर्देश दिए है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने पीसी में कहा कि 1 जनवरी 2023 से यह आदेश प्रभावशील है. इसे कांग्रेस ने छुपाने की कोशिश की है. 12 जनवरी को इसकी जानकारी प्रदेश को मिली है. अरुण साव ने इसके लिए सरकार से सवाल पूछा है कि आखिर इतने बड़े फैसले को जनता से छिपा कर क्यों रखा गया? आखिर किस बात की परदेदारी है?






'आदिवासियों को कुचलने के लिए रासुका लगाया'


बीजेपी ने रासुका के खिलाफ राज्य में जिला स्तर पर अभियान चलाएगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने रासुका बनाया. यह कानून कांग्रेस की सुरक्षा कानून है, इस कानून में किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जाता है जमानत नहीं होगी और अब फिर कांग्रेस ने आपातकाल लगाने का प्रयास किया है.


छत्तीसगढ़ सरकार मिशनरी के हाथों में खेल रही है. रमन सिंह ने आगे कहा कि सोनिया गांधी के दबाव से आदिवासियों को कुचलने के लिए रासुका लगाया गया है. समाज के ऐसे कोई वर्ग नहीं जो प्रदेश में आंदोलन न कर रहा हो, इसी का भय से मुख्यमंत्री ने प्रदेश में रासुका लगाया है.


मुख्यमंत्री ने कहा हाय तौबा क्यों मचा रहे हैं भाई?


बीजेपी के आरोप पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. सीएम ने इसे बीजेपी का चुनावी षड्यंत्र बताया है. रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर हेलीपेड में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हर 6 महीने में ऑटोमैटिक रासुका रिन्यूअल होता है. सीएम ने आगे बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हर प्रदेश में रासुका होता है.


इनके बीजेपी शासित राज्यों में नहीं है क्या?  केंद्र का कानून है और हर 6 महीने में डीएम को ये अधिकार दिया जाता है. उसी के तहत दिया गया है. इसमें हाय तौबा क्यों मचा रहे है भाई? ये (बीजेपी) लोगों के बीच में भ्रम फैलाने का काम कर रहे है. बीजेपी हर चीज को ऐसे परोसना चाहते है की वो पहली बार हुआ है. इनके पास कोई मुद्दा रहा नहीं है. किसके खिलाफ रासुका लगाया गया है बताइए


बीजेपी पर कसा तंज


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि ये कुल मिलाकर फिर से बत्ती पड़ी है. फिर कोई षड्यंत्र करो, छत्तीसगढ़ के लोग खुशहाल क्यों है? छत्तीसगढ़ में शांति क्यों है? राज्य में अमन चैन क्यों है? ये बीजेपी को बिलकुल पच नहीं रहा है. इस कारण नए नए षड्यंत्र कर रहे हैं.


वहीं सीएम ने ये भी कहा कि इस कानून को खत्म करवा देना चाहिए. देश में उनकी सरकार है. क्यों नहीं करवाते है?बीजेपी को लड़ाने में बहुत मजा आता है. सकारात्मक बात नहीं करते है. जोड़ने की बता नहीं तोड़ने की बात करते है. लड़ाई झगड़ा होगा तो उसके पक्ष में आदमी खड़े होंगे. 


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