Watch: कांकेर की गलियों में घूम रहा भालुओं का झुंड, लोगों में दहशत का माहौल, देखें ये वीडियो
Chhattisgarh News: भोजन की तलाश में भालुओं का झुंड शहर की ओर आ रहा है. बढ़ते भालूओं के झुंड को देखते हुए पूरे शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है.
छत्तीसगढ़ का कांकेर शहर भालुओं के शहर के नाम से इन दिनों मशहूर हो रहा है. पिछले कुछ महीनों से लगातार भालुओं का झुंड पहाड़ी क्षेत्र और जंगलों से बाहर निकलकर शहर की ओर कूच कर रहा है और सुबह शाम हो या दोपहर हर गली मोहल्ले और मुख्य सड़कों में भालुओं का झुंड देखा जा रहा है. हालांकि इक्का-दुक्का मामले को छोड़ कहीं भी भालुओं द्वारा इंसानों को नुकसान पहुंचाने की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन बढ़ते भालूओं के झुंड को देखते हुए पूरे शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है, खासकर छोटे बच्चों को लेकर शहरवासियों को काफी चिंता सताने लगी है.
बताया जा रहा है कि भोजन की तलाश में भालुओं का झुंड शहर की ओर आ रहा है और यहां गली मोहल्लों में देखा जा रहा है, कांकेर में भालूओ की संख्या को देखते हुए आज से 7 साल पहले वन विभाग ने इन भालुओं के रहवास के लिए जामवंत परियोजना की शुरुआत की थी और करीब 30 हजार हेक्टेयर में फलदार वृक्ष लगाकर भालुओं के लिए एक जगह को संरक्षित किया था, लेकिन वन विभाग की उदासीनता के चलते यहां लगाए गए पौधे कभी पेड़ नहीं बन पाए और ना ही भालूओं के भोजन पानी के लिए वन विभाग जंगलों में कोई व्यवस्था कर पाया, जिसके चलते अब भालू पानी और खाना की तलाश में शहर में बड़ी संख्या में देखे जा रहे हैं.
शादी समारोह के बीच दो शावकों के साथ पहुंची थी मादा भालू
रविवार की सुबह भी उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक भालू भोजन की तलाश में शहर के एकता नगर की तरफ पहुंच गया और यहां गली मोहल्ले में घूमता हुआ दिखाई दिया ,हालांकि भालू ने किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाया, लेकिन भालू के दिखने की जानकारी मिलते ही आसपास के सभी लोग घरों में दुबक कर बैठ गए ,इसी दौरान एक व्यक्ति ने भालू के गली मोहल्ले में घूमते हुए वीडियो बना लिया, वीडियो बनाने वाले पवन सेन नाम के व्यक्ति ने बताया कि हर दो-तीन दिन में उसने भालू को इसी इलाके में घूमते हुए देखा है, जिससे सभी लोगों में डर भी बना हुआ है.
इधर इससे पहले भी एक मादा भालू रात के वक्त एक शादी समारोह में अपने दो शावकों के साथ पहुंच गई, जिसके बाद बीच शादी समारोह में हड़कंप मच गया. हालांकि मौके पर वन विभाग की टीम पहुंचकर भालू को खदेड़ने में कामयाब रही, लेकिन ऐसा सिर्फ एक ही मामला नहीं बल्कि कांकेर शहर में हर रोज इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें भालू कभी मेन रोड में घूमते दिखाई देते हैं तो कभी किराना दुकान में धावा बोलकर राशन खाते हुए नजर आते हैं ,तो कभी बीच सरकारी कार्यक्रम में पहुंचकर उधम मचाते हैं.
वन विभाग का जामवंत परियोजना हुआ फेल
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कांकेर शहर चारों ओर से पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है, और लगातार शहर भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में वाहनों के शोरगुल और बढ़ते अतिक्रमण से भालू शहर की ओर बढ़ रहे हैं, हालांकि कांकेर में मौजूद बड़ी संख्या में भालुओं की संख्या को देखते हुए 2014-15 में जामवंत परियोजना बनाया गया था, जहां 30 हजार हेक्टेयर जगह को भालुओं के रहवास के लिए सुरक्षित कर रखा गया था.
हालांकि वहां जितने भी फलदार वृक्ष लगाए गए थे उसमें से अधिकतर सूख गए और कुछ पौधे देख रेख के अभाव में वृक्ष नहीं बन पाए, ऐसे में एक बार फिर से इस जामवंत परियोजना की जगह को सुधार कर संरक्षित किया जा रहा है ताकि यहां भालूओं को भोजन,पानी मिल सके.
फिलहाल जहां जानकारी मिल रही है वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर भालुओं को जंगलों में छोड़ने का काम किया जा रहा है , वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बढ़ते भालुओं की संख्या को देखते हुए इसका स्थायी समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा
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