Kanker News: छत्तीसगढ़ के कांकेर शहर के शिवनगर में मौजूद दत्तक केंद्र में महिला प्रोग्राम मैनेजर का अमानवीय कृत्य सामने आया है. जिसमें दो मासूम बच्चियों को महिला बेरहमी से पीटते हुई दिखाई दे रही है. दरअसल दत्तक केंद्र मासूम बच्चों की देखभाल और उनके भरण पोषण के लिए होता है लेकिन इस केंद्र में बच्चों के साथ बर्बरता की जा रही है. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ दिखाई पड़ रहा है कि किस तरह एक महिला कर्मचारी बच्ची के बाल पकड़कर उसे उठाकर जमीन में पटक रही है. इस वीडियो के सामने आने के बाद इस केंद्र में बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे है.
दो मासूम बच्चियों की बर्बरता पूर्वक की पिटाई
दत्तक केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद इस वीडियो में साफ दिखाई पड़ रहा है कि एक महिला बच्चों की बेदर्दी से पिटाई कर ही है. महिला ने एक बच्ची को पहले हाथ से मारा फिर बाल पकड़कर उठाकर जमीन पर पटक दिया. जमीन पर गिरी बच्ची को दोबारा फिर से खड़ाकर एक बांह पकड़कर पलंग पर पटक दिया. बच्ची चीखती है. चिल्लाती है. रोने लगती है लेकिन महिला को उस पर तरस नहीं आया और वह उसे पिटती रही. वहीं पास से ही दो महिला स्टॉफ भी गुजरती हैं पर उनकी हिम्मत नहीं कि इस बर्बरता को वह रोक सके.
इसके बाद महिला दूर खड़ी एक और बच्ची को पास बुलाकर उससे भी बुरी तरह मारपीट करती है. इस वीडियो में दिख रही महिला कोई और नहीं यहाँ पदस्थ प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी है. जानकारी मिली है कि वह आय दिन बच्चियो के साथ इसी तरह मारपीट करती है. जिससे यहां की बच्चियां भी डरी सहमी हुई रहती है.
बताया जा रहा है कि दत्तक केंद्र की प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी के खिलाफ इससे पहले भी शिकायत हो चुकी है. लेकिन जिसने भी आवाज उठाई उसे निकाल दिया गया है. इसका विरोध करने वाले अब तक 8 कर्मचारियों को एक साल में बाहर निकाल दिया गया. शिकायत महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों तक पहुंची लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. कार्यवाही नहीं होने से प्रोग्राम मैनेजर का हौसला बुलंद रहा और वह बच्चियों पर बर्बाद करती रही. जो अब भी जारी है.
जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक कांकेर शहर के दत्तक ग्रहण केंद्र में 0 से 6 वर्ष तक के यतीम बच्चों को रखा जाता है. यहां बाहरी लोगों का आना जाना नहीं होता है. हालांकि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. बताया जाता है कि जो रात में प्रोग्राम मैनेजर बंद कर दिया करती है. मैनेजर के इस तरह की हरकत से बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं. बच्चियों के मारपीट का मामला बीते दिसंबर महीने का है. यह बात सामने आने के बाद इसकी शिकायत महिला बाल विकास विभाग के बड़े अधिकारियों से भी की गई लेकिन विभाग के अधिकारियो ने इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं किया और मामले की लीपापोती करने में लगे हुए थे. लेकिन जैसे ही सोमवार को महिला कर्मचारी के इस अमानवीय कृत्य का वीडियो सामने आया.
उसके बाद अब खुद इस मामले में कांकेर के विधायक शिशुपाल सोरी इसे काफी गंभीर मामला बताते हुए जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात कही है . विधायक ने बताया कि घटना दिसंबर महीने की है इसकी जानकारी स्थानीय महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी को भी दी थी लेकिन घटना को दबाया गया. संबंधित एनजीओ और मारपीट करने वाली महिला पर कार्यवाही की जाएगी. जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद जरूर इस मामले में एफआईआर भी दर्ज किया जाएगा . विधायक ने कहा कि बच्ची के साथ मारपीट की घटना काफी भयावह है और दोबारा इस तरह की गलती ना हो इसका भी विशेष ध्यान रखने को कहा जाएगा.